पारंपरिक चीनी चिकित्सा (टीसीएम) और आयुर्वेद के साथ इसके संबंध का संक्षिप्त विवरण: डॉ.विशाल अरोड़ा / A brief explanation of Traditional Chinese Medicine (TCM) & its relation with Ayurveda : Dr.Vishal Arora
कोरोना वायरस की शुरुआत चीन के वुहान से शुरू हुई और पूरी दुनिया में अब फ़ैल चुकी है. लेकिन शुरूआती दिक्कतों के बाद चीन ने वायरस को कंट्रोल कर लिया और अब चीन में कोरोना से संबंधित मामलो में अप्रत्याशित कमी आ गयी है. कोरोना के मरीज भी बड़ी संख्या में ठीक हुए जिसमें चीन की पारम्परिक चिकित्सा का बड़ा योगदान रहा. चाइना रेडियो इंटरनेशनल की रिपोर्ट के मुताबिक नए कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम और रोगियों के इलाज में चीन की पारंपरिक दवाइयों की महत्वपूर्ण भूमिका साबित हुई है। राष्ट्रीय पारंपरिक दवाई प्रबंधन विभाग के अनुसार कुल 60 हजार रोगियों के इलाज में चीनी पारंपरिक दवाइयों का प्रयोग किया गया है और इसका बेहतरीन नतीजा नजर आया है। चीनी विज्ञान व तकनीक मंत्रालय के उप मंत्री शू नान पींग के अनुसार नए कोरोना वायरस संक्रमण के रोगियों के इलाज में चीनी पारंपरिक दवाइयों का सकारात्मक परिणाम प्राप्त हुआ है। अब नए कोरोना वायरस संक्रमण इलाज योजना में पारंपरिक दवा भी शामिल की गई है। वुहान शहर में किए गए नैदानिक अनुसंधान के मुताबिक पारंपरिक दवाइयों के प्रयोग से हल्के रूप से ग्रस्त रोगियों का इलाज समय और भर्ती समय एक से दो दिनों तक कम हुआ है और इन रोगियों की इलाज दर में 33 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज हुई।
डॉ. विशाल अरोड़ा के मुताबिक पारंपरिक चीनी चिकित्सा (टीसीएम) और आयुर्वेद के साथ गहरा संबंध है. इसी विषय पर वे इस वीडियो के माध्यम से बता रहे हैं.
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