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मौसम के बदलते मिजाज और संभावित बीमारियों के खतरे से निपटने के लिए आयुर्वेद विभाग ने देशभर में आयुर्वेदिक काढा पिलाने का अभियान शुरू किया है. अलग-अलग राज्यों में यह अभियान व्यापक रूप से चलाया जा रहा है ताकि आमजन बीमारियों को दूर रखकर अपने आप को निरोग रह सके. इसी कड़ी में इन जगहों पर आयुर्वेद काढ़ा पिलाया गया जिसकी खबर अलग-अलग समाचार माध्यमों में छपी. कुछ पर नज़र -
1- गंगापुर सिटी| राजकीय आयुर्वेद औषधालय एबरा पनियाला के स्टाफ सदस्यों द्वारा सोमवार को काफी संख्या में ग्रामीणों को आयुर्वेद काढ़ा पिलाया गया। आयुर्वेद औषधालय प्रभारी लक्ष्मीकांत बंसल के निर्देशन में कंपाउंडर केडी खान सहित अन्य कर्मचारियों व ग्रामीणों के सहयोग से आयुर्वेद से बना काढ़ा तैयार किया गया। काढ़ा बनने के बाद ग्रामीणों को काढ़ा पिलाते हुए प्रभारी लक्ष्मीकांत बंसल ने कहा कि यह काढ़ा आयुर्वेद औषधियों से निर्मित है जो कई मौसमी बीमारियों में रामबाण औषधी है। उन्होंने मौमसी बीमारियों के लक्ष्मण, बचाव और उपचार के बारे में बताया। इससे पहले रविवार को भी काफी संख्या में लोगों को आयुर्वेद से बना काढ़ा तैयार कर पिलाया गया। (भास्कर)
2- मौसमी बीमारियों से रोकथाम के लिए जैसलमेर में पिलाया गया आयुर्वेदिक काढ़ा : राजस्थान के जैसलमेर में बदलते मौसम में स्वाइन फ्लू, चिकनगुनिया व ज्वर संबंधी मौसमी बीमारियों के बढ़ने के अंदेशे के चलते ग्रामीण क्षेत्रों में आयुर्वेदिक काढ़ा पिलाया जाने लगा है. लाठी कस्बे में राजकीय आदर्श प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में मौसमी बीमारियों और अन्य बीमारियों से रोकथाम के लिए विद्यार्थियों व ग्रामीणों को आयुर्वेदिक काढ़ा पिलाया गया. राजकीय आयुर्वेदिक औषधालय के चिकित्सा अधिकारी डॉ विशेष थानवी ने बताया की विद्यार्थियों ,ग्रामीणों को चिकित्सालय में चिकित्सा अधिकारी डॉ विशेष थानवी व आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारी डॉ.घनश्याम खत्री के सानिध्य में विद्यार्थियों व ग्रामीणों को को आयुर्वैदिक काढ़ा पिलाया गया. इस अवसर पर आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारी डॉ घनश्याम खत्री ने बताया कि आयुर्वैदिक काढ़े से मलेरिया, स्वाइन फ्लू, चिकनगुनिया अन्य ज्वर संबंधी विकार से लड़ने की प्रतिरोधी शक्ति पैदा होती है और बीमारियां नहीं होती हैं. कार्यक्रम के दौरान डॉ विशेष थानवी ने दलते मौसम में अपने अपनों का खास ख्याल रखने की सलाह भी दी. साथ ही हिदायत भी दी की किसी भी प्रकार के सर्दी जुखाम को हल्के में ना ले तथा तुरंत चिकित्सक से सलाह लेकर अपनी जांच करवाए. (नेटवर्क18)
4- झालावाड़. जिले में स्वाइन फ्लू रोग की रोकथाम के लिए आयुर्वेद विभाग द्वारा काढ़े का वितरण किया जा रहा है। शनिवार को जिले में विभिन्न स्थानों पर काढ़े का वितरण हुआ। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग एवं आयुर्वेद विभाग की संयुक्त सहयोग से मौसमी बीमारियों एवं स्वाइन फ्लू के बचाव एवं उपचार के लिए जिले में निशुल्क औषधी युक्त काढ़ा का वितरण विद्यालय एवं गांवों में किया गया। 23 विद्यालयों में मौसमी बीमारियों से बचाव एवं उपचार के बारे में जागरुकता का संदेश दिया गया। जिला स्वाइन फ्लू प्रभारी डॉ. रिकेंश यादवेंद्र ने बताया कि टेमीफ्लू गोली दी जा रही है। उसमें सब्जियों में काम आने वाले गर्म मसाला जिसमें बादयान के फूल होते है इसका वैज्ञानिक नाम स्टारएनीसे है। इसका सत्व ही इस गोली में काम आता है जो आयुर्वेद काढ़ा पीलाया जाता है उसमें तुलसी, वास, गिलोय, कालीमिर्च, धनिया, हल्दी, लाेंग, गुडची, दालचीनी, मरिच, वातस्लेश्मिक ज्वर क्वाथ, गोजीहवादी क्वाथ, गुडचयादीक्वाथ से मिलाकर तैयार किया जाता है यह काढ़ा प्रतिरोधक क्षमता बढ़ता है जिससे रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है। शनिवार को जिले के रायपुर मे डॉ. सुमिति प्रदास, झालरापाटन में डॉ. राजेन्द्र, समराई में डॉ. राजेश पांडे, हिम्मतगढ़ डॉ. राकेश परिहार, गादिया डॉ. विनोद शर्मा, सलावद में डॉ. विजय सिंह, झुमकी में डॉ. सुरेश शर्मा ने लगभग 4800 लोगों को निशुल्क काढ़ा वितरण किया। (भास्कर)
5- रायपुर. आयुर्वेद चिकित्सालय द्वारा स्वाइन फ्लू व मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए शनिवार को आयुर्वेद चिकित्सालय परिसर में तीन हजार लोगों को काढ़े का वितरण किया। आयुर्वेद चिकित्सा प्रभारी डॉ. सुमति प्रकाश भारद्वाज ने बताया कि काढ़े के सेवन से मनुष्य में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। (भास्कर)
6-पाली (राजस्थान) - जिला प्रशासन व आयुर्वेद विभाग के तत्वावधान में शिविर लगाकर एक लाख 33 हजार से अधिक लोगों को स्वाइन फ्लू के बचाव के लिए काढ़ा पिलाया गया है। कलेक्टर दिनेशचंद जैन की अध्यक्षता में मौसमी बीमारियों की सोमवार को समीक्षा बैठक के दौरान आयुर्वेद अधिकारी डाॅ. शिव प्रकाश शर्मा ने बताया कि जिले की सभी विद्यालयों में बच्चों व आमजन को शिविर लगाकर काढ़ा पिलाने के साथ ही स्वाइन फ्लू रोग व इलाज के संबंध में जन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। अब तक जिले में 1 लाख 33 हजार से अधिक लोगों को आयुर्वेदिक काढ़ा पिलाया गया है।
7- जोधपुर. जोधपुर संभाग में स्वाइन फ्लू पैर पसार रहा है. जांच में 20- 25 लोग रोजाना इस बीमारी के पॉजिटिव पाए जा रहे हैं. लोगोंं में स्वाइन फ्लू बीमारी को लेकर डर बैठ गया है. ऐसे में चिकित्सा विभाग गांव-गांव और गली-गली सर्वे कराकर संभावित रोगियों की तलाश कर रहा है, स्वाइन फ्लू के खिलाफ लड़ाई में आयुर्वेद विभाग भी पीछे नहींं है. आयुर्वेद विभाग के संभाग के सबसे बड़े अस्पताल खांडा फलसा चिकित्सालय में लोगोंं को रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाला काढ़ा पिलाया जा रहा है, ताकि यह बीमारी संभावित रोगी को अपनी चपेट में ले ही नहीं पाए.
8- बालोतरा. आदर्श विद्या मन्दिर बालोतरा में शनिवार को डाॅ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन आयुर्वेद संस्थान जोधपुर के डॉ. दिनेश राय ने विद्यार्थियों को स्वाइन फ्लू का काढा पिलाया। प्रचार प्रमुख सुमन मेवाड़ा ने बताया कि 450 छात्राओं को काढ़ा पिलाया गया। वहीं कार्यक्रम में विद्यार्थियों को स्वामी विवेकानंद की जीवनी के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर प्रधानाचार्य जालमसिंह राठौड़, अनिल कुमार, बाबूसिंह आदि मौजूद थे।
(चित्र - साभार गूगल इमेज)