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डाबर चंद्रप्रभा वटी की जानकारी - Dabur Chandraprabha Vati Information in Hindi
डाबर चंद्रप्रभा वटी एक प्राकृतिक कामोद्दीपक (aphrodisiac) और एंटी एजिंग (anti ageing) आयुर्वेदिक दवा है। इसका उपयोग उपयोग थायरॉयड ग्रंथि (thyroid gland), अग्नाशय(pancreas), गुर्दे(kidney), मूत्र पथ(urinary tract), जोड़ों और हड्डियों ( joints and bones) के कई रोगों के उपचार के लिए किया जाता है।
डाबर चंद्रप्रभा वटी के घटक तत्व - Dabur Chandraprabha Vati Ingredients in Hindi
डाबर चंद्रप्रभा वटी में प्रयुक्त जड़ी-बूटियाँ/घटक हैं -
चंद्रप्रभा
वाचा
मुस्तः
भुनिंबा
अमृता
देवधारू
हरिद्रा
अतिविषा
दारुहरिद्र:
पिप्पली का अनुवाद
चित्रक
धन्यक
त्रिफला
छाव्या
विदांग
त्रिकटु
स्वर्णमक्षिका भस्म:
यवक्षरा (पोतेश नमक)
सरज्या अक्षर:
सैंदव लवना (सेंधा नमक)
सौवरचा लवना ( काला नमक )
विदा लवना (अनियमित सामान्य)
त्रिवृत
डेंटि
तमाला पत्र
तवाकी
इलाह
वामसालोचना
लोहा भस्म (लौह का भस्मीकृत रूप)
सीता
सिलाजातु (खनिज चिचिट)
गुग्गुल
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डाबर चंद्रप्रभा वटी के फायदे - Dabur Chandraprabha Vati Benefits in Hindi
डाबर चंद्रप्रभा टैबलेट प्राकृतिक अवयवों से बने होते हैं जो शरीर के लिए फायदेमंद होते हैं। आइए इसके फ़ायदों के बारे में जानते हैं -
मूत्र संक्रमण में उपयोगी - यह मूत्र मार्ग में संक्रमण के साथ-साथ पेशाब करने में कठिनाई के इलाज में सहायक है। यह सभी प्रकार के मूत्र विकारों का इलाज करती हैं।
मूत्र पथरी - यह मूत्र पथरी के उपचार में मदद करता है
अपच - अपच के उपचार में प्रयोग किया जाता है और शरीर की शक्ति को बढ़ाता है
शरीर की ताकत और स्वास्थ्य का निर्माण करती हैं।
गोलियों में एंटी-एजिंग और कामोद्दीपक गुण होते हैं। यह उम्र बढ़ने को धीमा करती हैं और यौन शक्ति में सुधार करती हैं।
गोलियां पेशाब करते समय दर्द में मदद करती हैं और पेशाब करते समय जलन को कम करती हैं।
गोलियां अपच के साथ मदद करती हैं और शरीर की ताकत को बढ़ावा देती हैं।
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डाबर चंद्रप्रभा वटी की खुराक - Dabur Chandraprabha Vati Dosages in Hindi
डाबर वासावलेह की खुराक और अनुपान चिकित्सक के निर्देशानुसार लेना ही श्रेयस्कर होता है। वैसे इसकी सामान्य खुराक निम्नलिखित है -
1-2 गोली भोजन के बाद दिन में दो बार या आयुर्वेदिक चिकित्सक के निर्देशानुसार।
डाबर चंद्रप्रभा वटी के दुष्प्रभाव - Dabur Chandraprabha Vati Effects in Hindi
अधिक मात्रा में लेने से पेट में अल्सर, जलन हो सकती है।
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डाबर चंद्रप्रभा वटी सेल्फ लाइफ - Dabur Chandraprabha Vati Self Life in Hindi
2 वर्ष
संदर्भ: References
भैसज्य रत्नावली
भैषज्य कल्पना
षडंगधर संहिता
डाबर चंद्रप्रभा वटी अनुसंधान/लेख लिंक
चंद्रप्रभा वटी की मधुमेह विरोधी गतिविधि https://bit.ly/3hnxC7I
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डाबर चंद्रप्रभा वटी से संबंधित प्रश्न (एफएक्यू) -Dabur Chandraprabha Vati FAQs in Hindi
प्रश्न - डाबर चंद्रप्रभा वटी क्या है?
उत्तर। डाबर चंद्रप्रभा वटी एक प्राकृतिक कामोद्दीपक (aphrodisiac) और एंटी एजिंग (anti ageing) आयुर्वेदिक दवा है। यह टैबलेट के रूप में उपलब्ध है और इसे मौखिक रूप से लिया जा सकता है। डाबर चंद्रप्रभा वटी का निर्माण डाबर द्वारा किया जाता है। डाबर चंद्रप्रभा वटी का उपयोग मुख्य रूप से थायरॉयड ग्रंथि (thyroid gland), अग्नाशय(pancreas), गुर्दे(kidney), मूत्र पथ(urinary tract), जोड़ों और हड्डियों ( joints and bones) के कई रोगों के उपचार के लिए किया जाता है।
प्रश्न - डाबर चंद्रप्रभा वटी का उपयोग क्या है?
उत्तर। डाबर चंद्रप्रभा टैबलेट प्राकृतिक अवयवों से बने होते हैं जो शरीर के लिए फायदेमंद होते हैं। यह मूत्र संक्रमण, मूत्र पथरी, अपच, यौन शक्ति में सुधार आदि के काम आता है।
प्रश्न - डाबर चंद्रप्रभा वटी को आप किस तरह से लेते हैं?
उत्तर। 1-2 गोली भोजन के बाद दिन में दो बार या चिकित्सक के निर्देशानुसार लिया जाता है।
प्रश्न - क्या डाबर चंद्रप्रभा वटी आयुर्वेदिक दवा है?
उत्तर। हाँ, यह पूर्णतया एक आयुर्वेदिक दवा है।
प्रश्न - डाबर चंद्रप्रभा वटी के एक बोतल में कितनी गोलियां होती हैं?
उत्तर। डाबर चंद्रप्रभा वटी की 1 बोतल में 80 गोलियां होती हैं।
प्रश्न - क्या डाबर चंद्रप्रभा वटी गोलियों को लेते समय किसी विशेष खाद्य पदार्थ खाने से बचना चाहिए?
उत्तर। हां, दही और उड़द के आटे या बेसन और गन्ने से बने भोजन से परहेज करें।
प्रश्न - डाबर चंद्रप्रभा वटी के क्या लाभ हैं?
उत्तर। डाबर चंद्रप्रभा वटी एक आयुर्वेदिक शास्त्रीय दवा है जिसका उपयोग गुर्दे, मूत्राशय, मूत्र पथ, गुर्दे की पथरी, बार-बार पेशाब आना, मूत्र असंयम, प्रोस्टेट वृद्धि के रोगों के उपचार के लिए किया जाता है।
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किसी भी प्रकार की दवाई लेने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना आवश्यक है। आयुर्वेद के अनुभवी डॉक्टर से निशुल्क: परामर्श लें @ +91-9205773222