लाहौर| पाकिस्तान के मशहूर हास्य कलाकार उमर शरीफ की बेटी हीरा शरीफ की मौत ने देश में चिकित्सा के अवैध तौर-तरीकों को सुर्खियों में ला दिया है। ऐसा माना जा रहा है कि हीरा की मौत की वजह 'किडनी के अवैध प्रत्यारोपण' के कारोबार में छिपी हुई है। उनका किडनी ट्रांसप्लांट करने वाले चिकित्सक की तलाश में पुलिस छापे मार रही है। पाकिस्तानी मीडिया में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान की संघीय जांच एजेंसी (एफआईए) और मानव अंग प्रत्यारोपण प्राधिकरण (एचओटीए) की एक संयुक्त टीम ने डॉ. फवाद मुमताज के लाहौर स्थित घर पर छापा मारा। लेकिन, गिरफ्तारी से बचने के लिए वह घर से पहले ही भाग चुका था।
डॉ. फवाद अभी लाहौर जनरल अस्पताल में कार्यरत है। पंजाब के विभिन्न इलाकों में मानव अंग प्रत्यारोपण के अवैध कारोबार में उसकी भूमिका मानी जाती रही है। इसी ने हीरा शरीफ की पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के किसी स्थान पर किडनी ट्रांसप्लांट की थी। इसके बाद हीरा की सेहत बिगड़ती गई और उनकी मौत हो गई।
उमर शरीफ के बेटे जवाद उमर ने अपनी बहन की मौत के मामले में लिखित शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने कहा है कि अवैध तरीके से किए गए प्रत्यारोपण से उनकी बहन की मौत हुई है।
जवाद ने बताया कि डॉ. फवाद ने हीरा के गुर्दे के प्रत्यारोपण के लिए 34 लाख रुपये लिए थे और उसे पीओके में किसी अज्ञात स्थान पर ले गया था। ऑपरेशन के बाद उनकी बहन की तबियत बिगड़ गई और एक हफ्ते के बाद, सोमवार रात लाहौर के एक अस्पताल में उनकी मौत हो गई। उन्होंने कहा कि परिवार नहीं जानता था कि फवाद यह सब कुछ अवैध तरीके से कर रहा था। वह यह भी नहीं बता सके कि उनकी बहन की सर्जरी किस स्थान पर हुई।
एक अधिकारी ने कहा कि डॉ. फवाद का अवैध प्रत्यारोपण मामले में आपराधिक रिकार्ड और इसके बावजूद उसके इस अवैध कारोबार का जारी रहना, कमजोर अपराध न्याय प्रणाली के मुंह पर एक तमाचा है। वह गिरफ्तार तक हुआ लेकिन फिर भी उसके धंधे पर कोई असर नहीं पड़ा। (आईएएनएस)
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