आपको जानकर आश्चर्य होगा कि प्राचीन आयुर्वेद संहिता में जलेबी बनाने की विधि वर्णित है। एक पूरे अध्याय में जलेबी बनाने की विधि के साथ - साथ उसके गुणों का भी वर्णन किया गया है। आयुर्वेद संहिता में जलेबी को कुण्डलिका कहा गया है। कुण्डलिका (जलेबी) के गुणों के बारे में बताते हुए लिखा गया कि जलेबी धातु को पुष्ट करने वाली, वीर्यवर्द्धक, हृदय के लिए हितकर तथा इन्द्रियों को तृप्त करने वाली है।