By NS Desk | 22-Dec-2018
उज्जैन. दुनियाभर में कैंसर के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है. एलोपैथ द्वारा इसका उपचार किया जाता है लेकिन स्थायी निदान उसमें भी नहीं है. लेकिन प्राकृतिक चिकित्सा और आयुर्वेद के द्वारा इसकी रोकथाम संभव है. इसी संदर्भ में धन्वन्तरि आयुर्वेद कॉलेज में एक व्याख्यान हुआ. इस मौके पर डॉ. अखिलेश भार्गव ने कहा कि भारत में कैंसर का पता बहुत बाद में लगता है तबतक बीमारी बहुत अधिक फ़ैल चुकी होती है. लेकिन यदि बीमारी का पता जल्दी चल जाता है तो आसानी से इलाज हो सकता है.
वही धन्वन्तरि आयुर्वेद कॉलेज के प्राचार्य डॉ. जे.पी. चौरसिया कहा कि डॉ. भार्गव इंदौर कैंसर हॉस्पिटल में एक प्रोजेक्ट पर कार्य कर रहे हैं, जिसमें आयुर्वेद दवाओं से कैंसर के रोगियों को काफी लाभ मिल रहा है.