By NS Desk | 10-Jun-2019
वाशिगंटन, प्रेट्र: वैज्ञानिकों ने बताया है कि खड़े होकर खाना खाने के बजाए बैठकर खाने में ज्यादा स्वाद आता है। उन्होंने बताया कि केवल कुछ मिनटों के लिए खड़े रहना शारीरिक तनाव बढ़ा देता है, जिससे कुछ स्वाद ग्रंथियां काम करना बंद कर देती हैं। कंज्यूमर रिसर्च जर्नल में प्रकाशित अध्ययन में बताया गया कि हमारा वेस्टिबुलर सेंस (शरीर के बैलेंस में काम आता है) किस प्रकार से सेंसरी सिस्टम (स्वाद के लिए जिम्मेदार) पर प्रभाव डालता है।
अमेरिका में साउथ फ्लोरिडा यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर दीपायन बिश्वास के नेतृत्व में किए गए अध्ययन में बताया गया कि गुरुत्वाकर्षण बल शरीर के निचले हिस्से पर रक्त को तेजी से खींचता है, जिसकी वजह से हृदय को रक्त को वापस ऊपर खींचने के लिए ज्यादा तेजी से काम करना पड़ता है और हृदयगति बढ़ जाती है।
इस क्रियाकलाप में तनाव पैदा करने वाले हार्मोन कार्टिसोल का स्तर बढ़ जाता है, जिसकी वजह से स्वाद का पता लगाने की संवेदनशीलता कम हो जाती है। जब लोग असुविधा का अनुभव करते हैं तब आमतौर पर अच्छा खाना भी उतना स्वाद नहीं पहुंचा पाता है।
शोधकर्ताओं ने इसके लिए 350 लोगों पर अध्ययन किया। सभी प्रतिभागियों को एक ही तरह का खाना दिया गया। इसके बाद पाया गया कि जिन्होंने खड़े होकर खाया उनका अनुभव खाने को लेकर उतना अच्छा नहीं था जितना कि बैठकर खाने वालों का।