By NS Desk | 24-Dec-2018
आयुर्वेद को बढ़ावा देने के मामले में हरियाणा भी अब किसी से पीछे नहीं. इसी संदर्भ में हाल में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने आयुर्वेदिक औषधियों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से हरियाणा हर्बल कॉर्पोरेशन बनाने की घोषणा की गयी. साथ ही मोरनी क्षेत्र को ऑर्गेनिक क्लस्टर बनाने तथा यहां जड़ी-बूटियों के लिए एक विश्व स्तरीय नर्सरी स्थापित करने की घोषणा भी की गयी.
मुख्यमंत्री ने हरियाणा के मोरनी में विश्व औषधीय वन परियोजना का लोकार्पण करने के बाद जनसभा को संबोधित करते हुए ये बातें कही. उनके साथ बाबा रामदेव भी कार्यक्रम में उपस्थित थे. कार्यक्रम के दौरान मोरनी क्षेत्र में हरियाणा वन विभाग व पतंजलि योग पीठ के सहयोग से स्थापित विश्व औषधीय वन परियोजना का लोकार्पण किया गया.
मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा हर्बल कारपोरेशन प्रदेश में स्थापित किये जा चुके हर्बल पार्कों की देख.रेख करेगा. उन्होंने कहा कि सिक्किम जैसे राज्य की तर्ज पर इस क्षेत्र में भी ऑर्गेनिक खेती की आपार संभावनाएं हैं जो ट्राईसिटी के लोगों की ऑर्गेनिक फल-फूल व अन्य खाद्यान्नों की मांग को पूरा करेगा. आयुर्वेद व योग को बढ़ावा देने के लिए अब तक सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पंचकूला में लगभग 500 करोड़ रुपये की लागत से 20 एकड़ में 300 बिस्तरों के अस्पताल के साथ.साथ राष्ट्रीय आयुर्वेद एवं योग संंस्थान की स्थापना की जा रही है. इसके अलावा झज्जर जिले के गांव देवरखाना में योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति अनुसंधान संस्थान के लिए केन्द्रीय परिषद का गठन किया जा रहा है. कुरुक्षेत्र में श्रीकृष्णा राजकीय आयुर्वेद कालेज को आयुष विश्वविद्यालय का दर्जा दिया गया है जो देश में अपनी तरह का पहला आयुष विश्वविद्यालय है. उन्होंने कहा कि लोगों को हमारी प्राचीन संस्कृति योग से जोडऩे के लिए हर गांव में व्यायामशालाएं खोली जा रही हैं.