By Dr Pushpa | 04-Mar-2020
गोमूत्र और गोबर से कोरोना का इलाज
gomutra aur gobar se coronavirus ka ilaj in hindi : भारत में कोरोना वायरस ने दस्तक दे दी है. दिल्ली, आगरा, नोयडा, हैदराबाद, जयपुर आदि जगहों से कोरोना के संदिग्ध रोगियों के कई मामले सामने आए हैं. इसके बाद से स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर सरकार सचेत हो गयी है और मीडिया के माध्यम से कोरोना को लेकर जन जागरूकता अभियान की भी शुरुआत हो चुकी है. लेकिन दूसरी तरफ इसे लेकर कई तरह के भ्रमात्मक जानकारियाँ भी साझा की जा रही है जिसका कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है. इसी संदर्भ में सबसे विवादास्पद बयान इस दावे को लेकर है कि गोमूत्र और गोबर से कोरोना वायरस ठीक हो सकता है.
गोमूत्र और गोबर से कोरोना वायरस ठीक हो सकता है - सुमन हरिप्रिया / स्वामी चक्रपाणि
असम की हाजो विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक सुमन हरिप्रिया ने कहा कि गोमूत्र और गोबर खाने से कोरोना वायरस ठीक हो सकता है . उन्होंने कहा कि गोमूत्र और गोबर से कोरोना वायरस ठीक हो सकता है क्योंकि इसमें औषधीय गुण होते हैं. प्राचीन काल में ऋषि मुनि गायों को अपने आश्रम में रखते थे. इसलिए वो हजारों साल तक स्वस्थ्य रहे. ऋषि मुनि गोमूत्र, गोबर, दूध और शहद मिलाकर पंचामृत बनाते थे, जिससे कैंसर तक ठीक हो जाता था.
दूसरी तरफ हिंदू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि (Swami Chakrapani) ने कोरोनावायरस से बचाव के लिए गोमूत्र पार्टी के आयोजन तक की बात कह डाली. उन्होंने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए हिंदू महासभा टी पार्टी की तरह जल्दी ही गोमूत्र पार्टी का आयोजन करेगी. आपका भी स्वागत है.
इससे पहले स्वामी चक्रपाणि ने कोरोना से बचाव के लिए यज्ञ करवाया था.
हद तो तब हो गयी जब उन्होंने ये तक कह डाला कि कोरोना वायरस कोई बीमारी नहीं है,बल्कि एक अवतार है जो मांसाहारियों को सजा देने के लिए आया है.
गोमूत्र और गोबर से कोराना वायरस के इलाज या उससे बचाव की संभावनाओं को आयुर्वेद चिकित्सकों ने किया खारिज
क्या गोमूत्र और गोबर से कोरोना वायरस ठीक हो सकता है ? इस सवाल का जवाब जानने के लिए जब हमने आयुर्वेद चिकित्सक अभिषेक गुप्ता से बात की तो उन्होंने कहा कि इस तरह के उपचार सिर्फ मन से सोचकर बताए जा रहे हैं, वास्तविकता में सही उपचार क्या है आयुर्वेद में ऐसा बता पाना असंभव है.
बिना किसी ट्रायल के ऐसे ही मन से बताया जा रहा है, बस इस रोग से बचने के लिए क्या सावधानियां रखनी है व क्या ऐसे तरीके हैं जिनसे बचा जा सके अभी वही कहे जा सकते हैं.
चूंकि इस रोग के लक्षण ऐसे हैं कि इसमें सर्दी-खांसी-जुकाम-बुखार जैसे लक्षण अधिक दिखाई दे रहे हैं. ऐसी तकलीफ या रोग उन लोगों में ज्यादा होते हैं जिनकी बीमारियों से लड़ने की शक्ति कम होती है या रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्युनिटी) कमजोर होती है. इसलिए इम्युनिटी बढ़ाने वाली औषधियां व उपाय कारगर हो सकते हैं. लेकिन यह काम ही करेंगे यह भी अभी तक निश्चित रूप से नहीं कहे जा सकते हैं.
डॉ. पूजा कोहली का भी कुछ ऐसा ही मानना है. वे कहती हैं - "आयुर्वेदिक ग्रंथों में गोमूत्र समेत आठ जानवरों के मूत्र का जिक्र जरूर है. लेकिन कोरोनावायरस के प्रकोप के मामले में ये उपयोगी होगा ये कहना मुश्किल है क्योंकि कोरोना वायरस नई बीमारी है और इस बीमारी के बारे में ज्यादा कुछ पता नहीं है. आयुर्वेदिक सलाह यही है कि बचाव के तौर पर इम्यूनिटी बढ़ाई जाए.