By NS Desk | 12-Jan-2019
आयुर्वेद क्षेत्र की दिग्गज भारतीय कंपनी डाबर इंडिया लिमिटेड को कॉरपोरेट गवर्नेंस में उत्कृष्टता के लिए अवार्ड मिला है. एक भव्य समारोह में बेस्ट गवर्नड कंपनीज श्रेणी के अंतर्गत डाबर को यह सम्मान मिला. आईसीएसआई (icsi) नेशनल अवार्ड फॉर एक्स्सेलेंस इन कॉर्पोरेट गवर्नेंस ( icsi national awards for excellence in corporate governance) का यह 18वां संस्करण था.
डाबर इण्डिया लिमिटेड भारत में आयुर्वेद और नेचुरल प्रोडक्ट बनाने वाली देश की बड़ी कंपनियों में से एक है. लंबे समय तक भारतीय बाजार पर इसका ही वर्चस्व रहा. हाल में इसे पातंजलि से बड़ी चुनौती मिली. लेकिन कुछ समय तक पातंजलि से आयुर्वेद प्रोडक्ट के मामले में पिछड़ने के बाद उसने दुबारा शानदार वापसी की है और अपने खोये हुए बाज़ार को पाने के अलावा उसका विस्तार भी किया है.
डाबर की शुरुआत बर्मन परिवार ने तब एक छोटी सी आयुर्वेदिक दवा कंपनी के रूप में शुरुआत की थी जो बाद में देश की सबसे बड़ी आयुर्वेदिक कंपनी के रूप में बनकर उभरी. उसके बाद तो कोलकाता के बर्मन परिवार की कंपनी डाबर इंडिया लिमिटेड ने अब पूरी दुनिया में अपना परचम लहरा दिया. आयुर्वेदिक व प्राकृतिक चिकित्सा के क्षेत्र में काम करते हुए कंपनी को 135 साल हो चुके हैं और इसके च्वयनप्राश और हाजमोला जैसे प्रोडक्ट भारतीय जनमानस के जुबां पर बैठ गए हैं. डाबर इंडिया के 250 से अधिक उत्पादों की बाजार में तूती बोल रही है। दवाई से लेकर फूड तक में हर जगह डाबर मौजूद दिखता है। डाबर इंडिया लिमिटेड भारत की अग्रणी एफएमसीजी कंपनियों में भी शुमार है, जिसका राजस्व 7,680 रूपये से अधिक और बाजार पूंजीकरण 48,800 करोड़ रुपये से अधिक है.डाबर आज प्रमुख उपभोक्ता उत्पाद श्रेणियों जैसे हेयर केयर, ओरल केयर, हेल्थ केयर, स्किन केयर, होम केयर और फूड्स में संचालित होता है. इसका व्यापक वितरण नेटवर्क है, जो शहरी और ग्रामीण दोनों बाजारों में समान रूप से है. डाबर के उत्पादों की विदेशी बाजारों में भी भारी उपस्थिति है और आज यह दुनिया भर में 120 से अधिक देशों में उपलब्ध है। इसके ब्रांड मध्य पूर्व, सार्क देशों, अफ्रीका, अमेरिका, यूरोप और रूस में अत्यधिक लोकप्रिय हैं। डाबर का विदेशी राजस्व आज कुल कारोबार का 30% है।