इस्लामाबाद, 27 फरवरी | पाकिस्तान में पहली बार नोवल कोरोनावायरस के दो मामलों की पुष्टि हुई है, लेकिन सरकार ने नागरिकों को आश्वस्त किया है कि 'इससे घबराने की जरूरत नहीं है।' समाचार पत्र डॉन ने स्वास्थ्य पर प्रधानमंत्री के विशेष सहायक जफर मिर्जा के बुधवार शाम के ट्वीट के हवाले से बताया, "मैं पाकिस्तान में कोरोनावायरस के पहले दो मामलों की पुष्टि करता हूं। दोनों मामलों को क्लिनिकल मानक प्रोटोकॉल के तहत देखा जा रहा है और दोनों की हालत स्थिर है।"
उन्होंने कहा, "घबराने की कोई जरूरत नहीं है, चीजें नियंत्रण में हैं।"
क्वेटा में बुधवार को मीडिया को संबोधित करते हुए मिर्जा ने कहा कि एक मामला सिंध का है और दूसरा मामला 'संघीय क्षेत्रों' का है।
उन्होंने कहा कि दोनों संक्रमित व्यक्तियों ने ईरान की यात्रा की है, जहां इस वायरस से 19 लोगों की मौत हो गई है और 139 लोग संक्रमित हैं।
एक सवाल के जवाब में, मिर्जा ने कहा कि पाकिस्तान में इस वायरस से प्रभावित 15 संदिग्धों की जांच की जा रही है, जबकि 100 अन्य का टेस्ट नेगेटिव आया है।
पाकिस्तान में बीमारी को लेकर खौफ
दो मरीजों में कोरोना वायरस की पुष्टि होने के बाद पाकिस्तान में बीमारी को लेकर खौफ पसर गया है। सरकार की तरफ से लोगों को लगातार एहतियात के निर्देश जारी किए जा रहे हैं, स्कूलों को बंद कर दिया गया है। इस बीमारी की चपेट में आ चुके ईरान से पाकिस्तान आने और वहां जाने वाली उड़ानों को रोक दिया गया है। सरकारी स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा लोगों को सलाह दी जा रही है कि वे हाथ मिलाने और गले मिलने के अभिवादन के पारंपरिक तरीकों को अपनाने से अभी बचें।
जिन दो मरीजों में वायरस के होने की पुष्टि की गई है, उनमें से एक सिंध के शहर कराची का है। इस पुष्टि के बाद सिंध सरकार ने आज (गुरुवार) और कल शुक्रवार को सभी स्कूल-कालेजों में छुट्टी का ऐलान कर दिया। सिंध सरकार की कैबिनेट की आपात बैठक हुई जिसमें एहतियाती उपायों पर चर्चा की गई। सभी अस्पतालों में विशेष सेल बनाने का निर्देश दिया गया है।
कराची में जिस व्यक्ति में कोरोना वायरस होने की पुष्टि हुई है, वह हाल ही में ईरान से लौटा है। उसे और उसके परिवार को अस्पताल के एकांत में शिफ्ट कर दिया गया है। इस व्यक्ति के साथ जिन 28 अन्य लोगों ने ईरान की यात्रा की थी, उनकी भी जांच की जा रही है।
सबसे ज्यादा डर ईरान की सीमा से सटे बलोचिस्तान प्रांत में पाया जा रहा है। यहां सरकार ने सभी स्कूल-कालेजों को 15 मार्च तक के लिए बंद कर दिया है।
खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के कई इलाकों में निषेधाज्ञा लगाकर अधिक लोगों के एक साथ होने पर रोक लगा दी गई है। यहां भी स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। परिंदों के शिकार पर भी रोक लगा दी गई है।
पंजाब प्रांत के शहर सोबावह में भी कोरोना वायरस की एक संदिग्ध मरीज मिलने के बाद प्रांत में हड़कंप मचा हुआ है। इस महिला मरीज की जांच की जा रही है। अभी इसमें वायरस के होने की पुष्टि नहीं हुई है।
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पाकिस्तान ने ईरान आने-जाने वाली उड़ानें रोकीं
पाकिस्तान ने जानलेवा कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए ईरान जाने और वहां से आने वाली उड़ानों पर रोक लगा दी है। ईरान इस वायरस से बुरी तरह प्रभावित हुआ है। पाकिस्तान ने इसी के मद्देनजर ईरान सीमा को कुछ दिन पहले ही बंद कर दिया था। पाकिस्तानी मीडिया की रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान में दो लोगों में कोरोना वायरस की पुष्टि होने के बाद ईरान से आने-जाने वाली उड़ानों को निलंबित करने का फैसला लिया गया है। देश के नागरिक उड्डयन विभाग ने कहा है कि यह रोक अगले आदेश तक लागू रहेगी। जिन दो लोगों में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है, वे ईरान की यात्रा से लौटे हैं।
इससे पहले सिंध के मुख्यमंत्री मुराद अली शाह ने संघीय सरकार से मांग की थी कि ईरान की उड़ानों को रोका जाए। उन्होंने कहा था कि कोरोना वायरस के प्रकोप को रोकने के लिए तत्काल इस कदम को उठाने की जरूरत है।
स्वास्थ्य मामलों पर प्रधानमंत्री के सलाहकार डॉ. जफर मिर्जा ने देश में कोरोना वायरस के दो मरीजों की पुष्टि की। उन्होंने गुरुवार को तफतान स्थित पाकिस्तान-ईरान सीमा का दौरा किया और वहां की व्यवस्था का जायजा लिया।
मिर्जा ने कहा कि सभी हवाई अड्डों और आवागमन की अन्य जगहों पर मुसाफिरों की कड़ी स्वास्थ्य जांच कर रही है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे सतर्क रहें और सरकार द्वारा बताए गए उपायों पर जिम्मेदार नागरिक की तरह अमल करें। (आईएएनएस)