By NS Desk | 14-Feb-2019
दिल्ली. स्वास्थ्य मंत्रालय और आयुष मंत्रालय साथ मिलकर बेहतर तालमेल के साथ काम करे तो भारत में स्वास्थ्य क्रान्ति होते देर नहीं लगेगी. ऐसे ही संभावनाओं और विभागों के बीच बेहतर तालमेल के दृष्टिकोण से राज्य स्वास्थ्य मंत्री अश्वनी कुमार चौबे और केंद्रीय आयुष राज्य मंत्री श्री श्रीपद येसो नाइक ने आपस में मुलाकात की. मंत्रालयों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करने और सरल उपचार के तौर-तरीकों की क्षमता का पता लगाने के उद्देश्य से इस बैठक को आयोजित किया गया था. बैठक में आई.सी.एम.आर. के महानिदेशक डॉ बलराम भार्गव, स्वास्थ्य सेवा के महानिदेशक डॉ एस वेंकटेश एवं दोनों मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी भाग लिया.
बैठक की शुरुवात में श्री एस. सी. गोयल तथा उनकी टीम ने मर्मदाब चिकित्सा प्रणाली पर चर्चा की. डॉ गोयल ने बैठक में उपस्थित सभी को मर्मदाब चिकित्सा प्रणाली के फायदे एवं उससे लोगों को वास्तविक जीवन में हुए लाभ के बारे में बताया. इसके उपरांत डॉ प्रभात और उनके साथी ने आधुनिक होम्योपैथी चिकित्सा प्रणाली पर रोशनी डाली. इन दोनों चिकित्सा प्रणालियों पर चर्चा के उपरांत डॉक्टर प्रभात कुमार श्रीवास्तव, जो सिन्हा इलेक्ट्रो होम्योपैथी संस्था के प्रमुख हैं, ने इलेक्ट्रो होम्योपैथी द्वारा कैंसर जैसी बिमारियों की चिकित्सा के विषय में बताया. सिन्हा इलेक्ट्रो होम्योपैथी संस्थान पटना अनुसंधानरत है.
बैठक दोनों मंत्रियों के बीच विचार-विमर्श से संपन्न हुई. श्री अश्विनी कुमार चौबे ने श्री श्रीपद येसो नाइक से अनुरोध किया कि आयुष मंत्रालय बैठक के दौरान चर्चा की गयीं उपचार प्रणालियों पर अनुसंधान और वैज्ञानिक साक्ष्य को समेकित करें. स्वास्थ्य मंत्री अश्वनी कुमार चौबे ने आयुष मंत्रालय को स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा हर तरह के समर्थन का आश्वासन दिया.