By NS Desk | 07-Jan-2019
सागर। कई वैद्यों ने आयुर्वेद से एचआईवी और कैंसर जैसी बीमारी का सफल इलाज होने का दावा किया है। जनजातीय पारंपरिक ज्ञान विज्ञान विषय पर आयोजित तीन दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार के दौरान वैद्यों ने यह बात कही। डॉ। हरिसंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय के मानव विभाग में इस सेमिनार का आयोजन किया गया था जिसमें देश के छह राज्यों से आए 70 नाड़ी वैद्यों ने भाग लिया।
भारत सरकार के जनजातीय संसदीय मंत्रालय और भारतीय सामाजिक अनुसंधान परिषद नई दिल्ली के सहयोग से मानव विज्ञान विभाग द्वारा आयोजित किया गए, तीन दिवसीय इस आयोजन को दो सत्रों में बांटा गया था। आयोजन के पहले दिन जहां अतिथियों के उद्बोधन हुए। वहीं आगंतुकों ने फार्मेसी विभाग के गार्डन में औषधीय पौधों का रोपण किया गया। वहीं दूसरे दिन नाड़ी वैद्य लोगों का निःशुल्क उपचार किया। सेमिनार का उद्देश्य पारंपरिक जनजातीय ज्ञान को बढ़ावा देना है।
कार्यक्रम में आगंतुक अतिथियों ने भारतवर्ष के प्राचीन चिकित्सा ज्ञान विज्ञान पर अपने-अपने विचार रखे। वहीं कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केंद्रीय जनजातीय आयोग के अध्यक्ष नंदकुमार साय ने कहा कि स्वतंत्रता के बाद से ही ऐसे कार्यों को बढ़ाबा देने की जरूरत थी। लेकिन देर आए दुरुस्त आए। वहीं आयोजन में भाग लेने आए नाड़ी वैद्यों ने भी कहा कि इस मंच से उन्हें यह उम्मीद जगी है कि आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति को एक नई दिशा मिलेगी।
इस दौरान कई वैद्यों ने आयुर्वेद के माध्यम से एचआईवी और कैंसर जैसे असाध्य बीमारी के सफल इलाज का भी दावा किया। वहीं आयोजनकर्ता सागर विवि के मानव शास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष ने इस आयोजन के बारे में अपने विचार रखे।
(स्रोत - साभार ईनायडू)