By NS Desk | 19-Jan-2019
कानपुर में आज से दो दिवसीय आयुर्वेद पर्व की शुरुआत हुई। उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसका उद्घाटन किया। इस मौके पर अपने भाषण में उन्होंने उत्तरप्रदेश में अलग से आयुर्वेद विश्वविद्यालय बनाने की बात कही। उन्होंने कहा कि प्रदेश में आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय स्थापित किया जाएगा। प्रदेश सरकार विश्वविद्यालय बनाने की कार्ययोजना पर कार्य कर रही है। आगामी सत्र में बजट का प्रावधान कर दिया जाएगा।
आयुर्वेद चिकित्सक मन से हीन भावना निकालें। आयुर्वेद का प्रचार-प्रसार करें। जनता में आयुर्वेद पद्धतियों के प्रति विश्वास बढ़ना चाहिए।यह ब्रैंडिंग का दौर है लेकिन आयुर्वेदाचार्य ऐसे ही इस पद्धति से इलाज में संकोच करते रहे तो एलोपैथी हावी होती रहेगी।
योगी ने कहा कि मानकों को पूरा करने वाले आयुर्वेदिक कॉलेजों को मान्यता भी मिलनी चाहिए।
उत्तरप्रदेश और उत्तराखंड में किसानों की आय बढ़ाने में आयुर्वेेेद मददगार साबित हो सकता है लेकिन इसके लिए ठोस कार्ययोजना बनानी होगी।
आयुर्वेद को ऋषि परंपरा का प्रसाद बताते हुए उन्होंने कहा कि इसमें असीम संभावनाएं छुपी हुई है उसे समाज के सामने लाकर प्रमाणित करना होगा।
मुख्यमंत्री ने इस मौके पर तीन आयुर्वेदिक डॉक्टर को सम्मानित किया। सांसद डॉ. मुरली मनोहर जोशी और केंद्रीय आयुष मंत्री श्रीपद यशो नाइक भी इस मौके पर उपस्थित रहे।