By NS Desk | 22-Dec-2018
बिछीवाड़ा . आयुर्वेद का जयघोष जब पूरी दुनिया में हो रहा है तो राजस्थान के बिछीवाड़ा में एक आयुर्वेद भवन कचराघर में तब्दील हो गया है. हालाँकि ये आयुर्वेदिक अस्पताल अब नहीं चल रहा है. लेकिन आसपास के लोगों के स्वास्थ्य को इससे गंभीर खतरा पैदा हो गया है. दैनिक भास्कर ने इस संबंध में विस्तृत खबर भी छापी है. पूरी रिपोर्ट इस तरह से है -
कस्बे के आयुर्वेद भवन में जहां पर पहले अस्पताल संचालित था, अब वहां पर वाहनों की पार्किंग और कचरा डालने के स्थान में परिवर्तित हो चुका है। राज्य सरकार की ओर से सभी प्रकार की चिकित्सा सुविधा एक ही भवन में मिलने के बाद आयुर्वेद अस्पताल को सीएचसी में शिफ्ट कर दिया गया। जिसके कारण पुराने जर्जर भवन में लोगो ने बाउंड्रीवॉल तोड़कर वाहनों की पार्किंग स्थल बना दिया है। वहीं भवन के पड़ोस में रहने वाले लोगों ने यहां पर कचरा फैंक कर गंदगी फैला रखी है।
करीब चार साल पहले स्थानांतरित आयुर्वेद अस्पताल में पहले रोजाना 80 से 100 मरीजों की ओपीडी रहती थी वह आज वीरान होने से ग्रामीणों की ओर से इन दिनों वाहनों की पार्किग बना दिया है। भवन जर्जर होकर क्षतिग्रस्त होने को है। आयुर्वेद विभाग की ओर से भवन तो खाली कर दिया लेकिन इसका जिम्मा किसी को नहीं सौपा गया। जिससे वह जर्जर होकर अतिक्रमण के घेरे में है। ग्रामीणों ने उक्त परिसर मे सफाई करवाने की मांग की है।