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जेएनयू में शुरू होगा आयुर्वेद बायॉलजी का कोर्स

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By NS Desk | 02-Dec-2019

Ayurveda Biology in JNU

Ayurveda Biology introduced in JNU (Google Image)

नयी दिल्ली. आयुर्वेद की लोकप्रियता और वैश्विक स्तर पर उसकी बढ़ती स्वीकार्यता को देखते हुए जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय (जेएनयू) आयुर्वेद बायॉलजी में इंटिग्रेटेड एमएससी का 5 साल का कोर्स शुरू करने जा रही है। इस कोर्स की शुरुआत अगले साल से होगी।

2020 में शुरु होने वाले इस कोर्स में मॉडर्न साइंस के संदर्भ में ट्रडिशनल मेडिसिन और आयुर्वेदिक टेक्स्ट के बारे में पढ़ाया जाएगा। अगले साल से जुलाई से पहला बैच शुरू होगा.

जेएनयू के उप कुलपति (vice chancellor) एम. जगदीश कुमार ने इस नये कोर्स के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि आयुर्वेदिक बायॉलजी प्रोग्राम को एसएसआईएस, स्कूल ऑफ लाइफ साइंसेस, स्कूल ऑफ बायोटेक्नॉलजी और स्पेशल सेंटर फॉर मॉलिक्युलर मेडिसिन मिलकर चलाएगा। आयुर्वेद बायॉलजी प्रोग्राम की शुरुआत को आयुष मंत्रालय का समर्थन प्राप्त होगा।

उन्होंने कहा कि कोर्स का उद्देश्य ऐसे स्कॉलर्स को सामने लाना है जो मॉडर्न और आयुर्वेदिक, दोनों साइंस से परिचित हों। कई ऐसी कंपनियां हैं जो आयुर्वेदिक दवाइयां बनाती हैं और उन्हें एक्सपर्ट्स की जरूरत है। हमें उम्मीद हैं कि हमारे स्कॉलर्स उस कमी को पूरा करेंगे।

भारत में आयुर्वेद बायॉलजी का यह कोर्स अपनी तरह का पहला प्रयोग होगा। प्रवेश परीक्षा के आधार पर कोर्स में नामांकन होगा।

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डिस्क्लेमर - लेख का उद्देश्य आपतक सिर्फ सूचना पहुँचाना है. किसी भी औषधि,थेरेपी,जड़ी-बूटी या फल का चिकित्सकीय उपयोग कृपया योग्य आयुर्वेद चिकित्सक के दिशा निर्देश में ही करें।