By NS Desk | 21-Dec-2018
इंटरनेशनल कांग्रेस फॉर कॉम्प्लीमेंट्री मेडिसिन रिसर्च (आईसीसीएमआर) की 14वीं कांग्रेस में आयुर्वेद के शोध पत्र को पढ़ने के लिए डॉ. संजीव रस्तोगी को आस्ट्रेलिया आमंत्रित किया गया है. वे डायबिटीज के कारणों पर हुए शोध पत्र को पढेंगे. गौरतलब है कि बदलती जीवन शैली और खानपान से विश्व में डायबिटीज के मरीज बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं. आईसीसीएमआर की 14वीं कांग्रेस आस्ट्रेलिया के ब्रिस्बेन में मई, 2019 में होगी.
टूड़ियागंज स्थित राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज के वरिष्ठ डॉ. संजीव रस्तोगी और डॉ. कमल सचदेव के निर्देशन में डॉ. नृपेंद्र पांडेय ने वर्ष 2015-16 में शोध किया था. इसमें डॉक्टरों ने 24 डायबिटीज और 24 सामान्य मरीजों पर शोध किया. इस शोध में डायबिटीज होने के कारणों को जानने की कोशिश की गई. शोध में डायबिटीज के तीन प्रमुख कारणों को खोजा गया.
1. डॉ. संजीव व डॉ. कमल ने बताया कि शोध में यह बात सामने आई कि ज्यादा तनाव लेकर काम करने वालों में सामान्य से आठ गुना अधिक डायबिटीज का खतरा है
2. बहुत गुस्सा करने वालों में 6% अधिक डायबिटीज का खतरा
3. तीसरा अहम शोध बिंदु यह है कि ज्यादा गर्म जगहों (भट्टी, ईंट भट्टा में अंदर आदि) पर रहने वालों को सामान्य लोगों से पांच गुना अधिक डायबिटीज होने का खतरा होता है
(मूल स्रोत - हिन्दुस्तान अखबार)