By NS Desk | 30-Oct-2018
अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान (एआइआइए) की निदेशक डॉ. तनुजा मनोज नेसरी का दावा किया है कि आयुर्वेद से अस्थमा का इलाज संभव है और इसे जड़ से ख़त्म किया जा सकता है। बशर्ते इलाज की पूरी प्रक्रिया का पालन किया जाए। साथ ही खान-पान उसके अनुकूल हो। उन्होंने कहा कि 2012 से 2017 के बीच पुणे में यह अध्ययन किया गया। इस दौरान आयुर्वेदिक पद्धति से अस्थमा के मरीजों का इलाज किया गया।
अध्ययन में यह देखा गया कि अस्थमा की बीमारी ठीक हो गई। उन्होंने कहा कि बीमारी ठीक होने के बाद अस्थमा की दवाएं दोबारा लेने की जरूरत नहीं पड़ती। उन्होंने कहा कि इलाज की शुरुआत में मरीज को पंचकर्मा से गुजरना पड़ता है। इस दौरान मरीज के शरीर के अंदर मौजूद सभी हानिकारक तत्वों की सफाई हो जाती है। इसके अलावा मरीज को बेहतर खान-पान का इस्तेमाल करने व प्रदूषण से बचाने की सलाह दी जाती है।
इलाज तभी कारगर होगा, जब इन नियमों का पूरा पालन किया जाए। गौरतलब है कि सांस की बीमारी मौत के बड़े कारणों में से एक है। अनुमान के मुताबिक, देश में करीब 2.50 फीसद लोग अस्थमा की बीमारी से पीड़ित हैं। (स्रोत - दैनिक जागरण)