By NS Desk | 15-Jan-2019
करेला से कैंसर का बचाव संभव - शोध
करेला मधुमेह को नियंत्रित करता है. यह बात हम सब जानते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि कैंसर से बचाव में भी करेला बेहद उपयोगी है. करेला में एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है जो शरीर को फ्री-रेडिकल क्षति से सुरक्षा प्रदान करता है. करेले का सेवन करने से ग्रीवा, प्रोस्टेट और ब्रेस्ट कैंसर से बचा जा सकता है. एक शोध के अनुसार करेला ट्यूमर के विकास पर भी रोक लगाता है. कैंसर से लड़ने में करेले का रस बेहद उपयोगी साबित होता.
इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है करेला -
करेला वायरस और बैक्टीरिया से लड़ता है और आपकी अंदरूनी प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है। यह एलर्जी और अपच को रोकता है। एंटीऑक्सिडेंट बीमारी के खिलाफ शक्तिशाली रक्षा तंत्र के रूप में काम करते हैं और फ्री-रेडिकल क्षति से लड़ने में मदद करते हैं जो विभिन्न प्रकार के कैंसर का कारण बन सकते हैं। 2010 में, फार्मास्युटिकल रिसर्च जर्नल में एक अध्ययन प्रकाशित किया गया था जिसमें कहा गया था कि कड़वे-तरबूज में एंटी-कार्सिनोजेन और एंटी-ट्यूमर गुण हैं। यह प्रोस्टेट, स्तन और गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर के खतरे को कम करता है।
करेले की कड़वाहट कैंसर से बचाव में कारगर
अमेरिका की सेंटलुईस यूनिवर्सिटी में इसपर शोध हुआ और कैंसर को रोकने की इसकी क्षमता पर मुहर लगी. भारतीय शोधकर्ता रत्ना रे ने करेले की कड़वाहट को कैंसर से बचाव में कारगर पाया. उनके अनुसार करेले से भविष्य में ऐसी दवाएं विकसित की जा सकेंगी, जो बिना साइड इफेक्ट्स के कैंसर की कोशिकाओं को नष्टे कर सकेगी. करेला सिर, गले और आंतों के कैंसर से हमारे शरीर का बचाव करता है.
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