By NS Desk | 30-Jan-2019
custard apple
प्रकृति ने हरेक मौसम के लिए फल दिए हैं जो खाने में स्वादिष्ट होने के साथ-साथ हमारे स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी होता है. औषधीय गुणों से भरपूर सीताफल भी ऐसा ही एक महत्वपूर्ण फल है जो स्वादिष्ट होने के साथ-साथ कई बीमारियों से भी हमे बचाता है. यह अंदर से गूदेदार होता है और इसमें कई पोषक तत्व होते हैं. सीताफल को शरीफा भी कहते हैं. आयुर्वेद में इसका वर्णन कई जगह मिलता है. पौराणिक मान्यता है कि वनवास के समय सीता जी ने यह फल श्रीराम को दिया था. आइये स्वास्थ्य के लिहाज से जानते हैं सीताफल के फायदे -
सीताफल को खाना पेट के लिए फायदेमंद होता है. यह कब्ज की परेशानी को दूर करके पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है. सीताफल में प्रचुर मात्रा में कॉपर और फाइबर पाया जाता है.
सीताफल में विटामिन सी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है जो हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है और बीमारियाँ हमसे दूर रहती है.
सीताफल में विटामिन ए प्रचुर मात्रा में पाया जाता है जो त्वचा के लिए फायदेमंद है. इसमें मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट त्वचा पर मौजूद दाग-धब्बों को दूर करता है. इसे नियमित रूप से खाने से त्वचा से जुड़ी कई समस्याएं जड़ से ख़त्म हो जाती है. सीताफल बाल के लिए भी उपयोगी है. बालों में रूसी की समस्या के समाधान में भी यह एक कारगर उपाय है.
सीताफल में आयरन और कॉपर मौजूद होता है जो शरीर में खून की कमी को दूर करता है. एनीमिया रोग में ये बहुत उपयोगी साबित होता है.
सीताफल आँखों के लिए भी बेहद फायदेमंद है. इसमें विटामिन सी और रिबोफ्लॉविन काफी मात्रा में पाया जाता है जो आँखों की देखने की क्षमता को बढ़ाता है.
सीताफल दिमाग को शीतलता प्रदान करता है और मानसिक शांति को बनाये रखने में सहायक सिद्ध होता है. इसमें विटामिन बी कॉम्प्लेक्स मौजूद रहता है जो दिमाग को शीतलता प्रदान करने का काम करता है.
शरीफा में विटामिन बी-6 होता है जो रोगियों को अस्थमा के अटैक से बचाने में मददगार सिद्ध होता है. साथ ही इसमें मौजूद मैग्निशियम हार्ट को कार्डिएक अटैक से बचाता है.
हृदयरोगियों के लिए सीताफल किसी चमत्कार से कम नहीं है. इसमें मौजूद पोटैशियम, मैग्निशियम दिल से जुड़ी बीमारियों से राहत दिलाने में मददगार साबित होता है.
सीताफल बल्डप्रेशर को नियंत्रित करने में भी मददगार है. सीताफल पौटेशियम और मैग्निशियम का एक अच्छा स्रोत होता है, जो ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखता है.
सीताफल में वजन बढ़ाने की भरपूर क्षमता होती है. नियमित रूप से इसके सेवन करने से वजन बढ़ाने में मदद मिलती है. ये शारीरिक कमजोरी को भी दूर करता है. ये बहुत ही अच्छा एनर्जी का स्रोत होता है और इसके सेवन से थकावट और मांसपेशियों की कमजोरी गायब हो जाती है.
गर्भवती महिलाओं और उनके गर्भ में पल रहे शिशु के लिए सीताफल का सेवन विशेष उपयोगी होता है. सीताफल में कॉपर और आयरन पाया जाता है और इसके सेवन से गर्भावस्था में होने वाली परेशानियां काफी हद तक कम हो जाती हैं. इसके अलावा प्रेग्नेंसी के दौरान शरीफा खाने से भ्रूण का दिमाग, नर्वस सिस्टम और इम्यून सिस्टम मजबूत होता है.
सीताफल गठिया रोग में भी उपयोगी साबित होता है. इसमें मौजूद मैग्नीशियम शरीर में पानी को संतुलित करता है और इस तरह से जोड़ों में होने वाले अम्ल को हटा देता है और यह अम्ल गठिया रोग का मुख्य कारण होता है. इस तरह से सीताफल गठिया रोग से सुरक्षा करता है।
मधुमेह (डायबिटीज) को नियंत्रित करने में भी सीताफल बेहद कारगर फल है. इसमें शरीर में होने वाली शुगर को सोख लेने का गुण होता है और इस तरह से यह शुगर का शरीर में स्तर सामान्य बनाए रखता है. इसमें मौजूद फाइबर शुगर के अवशोषण को धीमा करता है जिससे टाइप-2 डायबिटीज का खतरा कम होता है.
सीताफल खाने से उम्र के प्रभाव के काफी हद तक कम किया जा सकता है. इसमें अमीनो एसिड की एक संतुलित मात्रा होती है. इसके अलावा इसमें मौजूद रासायनिक यौगिक भी बढ़ती उम्र के लक्षणों को कम करने का काम करते हैं. इसके इस्तेमाल से त्वचा में लचीलापन आता है. इससे मिलने वाले एंटीऑक्सीडेंट फ्री-रेडिकल डैमेज की रोकथाम में भी फायदा पहुंचाने का काम करते हैं.
सीताफल कैंसर से सुरक्षा भी प्रदान करता है. रिसर्च के अनुसार सीताफल में कैंसर विरोधी पोषक तत्वं मौजूद होते हैं. इसके अलावा सीताफल में मौजूद एंटीऑक्सीाडेंट भी कैंसर को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.
सीताफल में कैल्शियम और मैग्नी शियम पाया जाता है जो हड्डी की मजबूती के लिए आवश्यक पोषक तत्व हैं और इसके नियमित उपयोग से हड्डीयों से संबंधित समस्याडओं से निजात पाया जा सकता है.
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