By Ram N Kumar | 04-Jun-2019
मैं जिंदगी का साथ निभाता चला गया, हर फिक्र को धुंए में उड़ाता चला गया...
देवानंद अभिनीत फिल्म 'हम दोनों' का यह मशहूर गाना सुनने में तो अच्छा लगता है। लेकिन हर फिक्र को धुंए में नहीं उड़ाया जा सकता है। इसके उलट यदि आप धुंआ उड़ाते हैं तो फिक्रमंद होने की जरुरत है। तम्बाकू और तम्बाकू से बने प्रोडक्ट्स हमारे शरीर के लिए जहर की तरह है। रिसर्च के मुताबिक़ 1 सिगरेट पीने से जिंदगी के 11 मिनट कम हो जाते हैं। यही वजह है कि तम्बाकू सेवन के कारण दुनिया में हर 6 सेकंड में 1 मौत होती है। लंबे समय तक तम्बाकू का सेवन शरीर को खोखला कर देता है। यह वात, पित्त और कफ तीनों को बढ़ाता है। इसके कारण कैंसर, ह्रदय रोग, अनिंद्रा, उच्च रक्तचाप, अल्सर आदि कई बीमारियाँ होती है। भारत में मुंह और गले के कैंसर का यह प्रमुख कारण है। दरअसल यह एक धीमा जहर है जो धीरे-धीरे इंसानी जिंदगी को मौत की तरफ धकेलता है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों के मुताबिक़ तकरीबन 70 लाख लोग हर साल तम्बाकू के सेवन के कारण असमय काल के गाल में समा रहे हैं। सबसे बड़ी समस्या ये है कि एक बार इसकी आदत हो जाने पर यह शरीर को खोखला करके ही छोड़ता है। तंबाकू में 'निकोटिन' नाम का तत्व प्रमुखता से पाया जाता है। यह हमारे नर्वस सिस्टम को प्रभावित करता है। इसे लेने से फौरी तौर पर तो राहत महसूस होती है लेकिन जल्द ही इसकी ऐसी लत लग जाती है कि फिर इसे छोड़ना बेहद मुश्किल हो जाता है। यही वजह है कि तम्बाकू का सेवन करने वाले ढेरों लोग चाहकर भी इसे छोड़ नहीं पाते। लेकिन आयुर्वेद में ऐसे कुछ उपाय है जिनकी मदद से एक तरफ तम्बाकू सेवन की आदत से मुक्ति मिल सकती है तो दूसरी तरफ तम्बाकू सेवन से होने वाले नुकसान को भी कम किया जा सकता है।
आयुर्वेद और योग की मदद से तम्बाकू से मुक्ति :
(1) अजवाइन : तम्बाकू के नशे से मुक्ति पाने में अजवाइन बेहद कारगर आयुर्वेदिक नुस्खा है। भूनी हुई अजवाइन खाने से तम्बाकू सेवन की बेचैनी धीरे-धीरे ख़त्म होती जाती है। इससे पाचन तंत्र को फायदा होता है और गैस, अपच आदि की समस्याओं में भी राहत मिलती है।
(2) अदरक : तम्बाकू खाने की जब भी इच्छा बलवती हो जाए तब अदरक को मुंह में रखे और धीरे-धीरे चूसते रहे। तम्बाकू खाने या धूम्रपान करने की इच्छा पर विराम लगेगा। इसके लिए अदरक के छोटे-छोटे टुकड़े करके उसमें नींबू का रस और नमक मिलाकर धूप में सुखा ले। अदरक में सल्फर यौगिक होते हैं जो इस लत को कम करने में मदद करते हैं।
(3) शहद और नींबू : नींबू के रस में शहद मिलाकर पीने से तम्बाकू के नशे की तलब दूर होती है। नींबू पानी से शरीर से नशीले पदार्थ भी बाहर निकलते हैं।
(4) आंवला, सौंफ और इलायची : आंवला, सौंफ और इलायची के चूर्ण का मिश्रण भी नशे की लत से छुटकारा पाने में बेहद उपयोगी है। सिगरेट या तम्बाकू खाने की जब भी इच्छा हो तब इन तीनों के चूर्ण की एक पुड़िया मुंह में रखे और धीरे-धीरे इसे चबाते रहे। कुछ दिन तक ऐसा करने से नशे की तलब ख़त्म हो जायेगी। साथ ही पेट के लिए भी यह फायदेमंद साबित होता है। खट्टी डकार ,भूख ना लगना (lack of appetite ),पेट फूलने में आराम मिलता है।
(5) तुलसी : आयुर्वेद में तुलसी का विशेष महत्व है। तम्बाकू से छुटकारा पाने में भी यह विशेष उपयोगी है। सिगरेट पीने या तंबाकू खाने का जब भी मन करे तो तुलसी का पत्ता चबाएं। सुबह और शाम
तुलसी के 2-3 पत्ते चबाने से नशे की लत से छुटकारा मिल सकता है।
(6) योग और व्यायाम : तम्बाकू की लत पड़ने पर, उसे छोड़ना आसान नहीं होता। इसके लिए जबरदस्त इच्छाशक्ति और मानसिक दृढ़ता की जरुरत होती है। इसके लिए शरीर, मन और आत्मा का एक होना जरुरी होता है। इसके लिए योग से बेहतर कुछ भी नहीं है। शवासन से विशेष फायदा होता है। अनुलोम-विलोम भी उपयोगी है। योगासन के साथ-साथ शारीरिक व्यायाम भी करते हैं तो सोने पर सुहागा। यह तनाव को कम करता है और जीवन शक्ति को बढ़ाता है।
(7) शराब, चीनी और कॉफी से दूरी : तम्बाकू छोड़ने का आपने निश्चय कर लिया है तो कुछ वक़्त तक शराब, चीनी और कॉफी से भी दूरी बनानी होगी। ये तीनों सिगरेट पीने की इच्छा को जागृत करती है।
(8) शाकाहारी खाना : मांसाहरी और वसायुक्त खाना तम्बाकू से छुटकारा पाने की राह में बाधक है। इसमें मन का सात्विक होना जरुरी है और उसके लिए शाकाहारी भोजन जरुरी है। साथ ही पानी भी खूब पीना चाहिए। सभी ताजा खाद्य पदार्थों में प्राण होते हैं और वे ओजस को बढ़ाते हैं। इसलिए आहार को लेकर बेहद अनुशासित होने की जरुरत है।
(9) हर्बल चाय : हर्बल चाय पीने से भी तम्बाकू सेवन की इच्छा में कमी आती है। जटासमी, कैमोमाइल और ब्राह्मी (jatasmi, chamomile and brahmi) मिश्रित हर्बल टी से काफी लाभ होता है।
(10) अनानास, हरड़ और लौंग : तम्बाकू खाने या धूम्रपान करने की जब भी इच्छा हो तो सूखे अनानास के एक या दो टुकड़े को शहद के साथ चबाएं। इससे फायदा होगा। भिंगोये हुए काली हरड़ (harad or harar) को चूसने से भी फायदा होता है। लौंग चूसने से भी फायदा होगा।
लेकिन यह नुस्खे तभी काम आयेंगे जब तम्बाकू से छुटकारा पाने के लिए आप दृढ़ संकल्पित हो। यदि आपने एक बार पक्का इरादा कर लिया तो तम्बाकू के खिलाफ आधी जंग आप वैसे ही जीत जाते हैं। आइए अच्छे स्वास्थ्य के लिए तम्बाकू के जहर को छोड़िये, आयुर्वेद को अपनाएँ।
(लेखक आयुर्वेद के लिए समर्पित 'निरोगस्ट्रीट' के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं। मूलतः यह लेख नवभारत टाइम्स में प्रकाशित। संपर्क - [email protected])