By NS Desk | 30-Jan-2020
management of Corona Virus infection through ayurveda
कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के लिये आयुर्वेद : Ayurvedic Management of Corona Virus Infection in Hindi
कोराना वायरस से पूरे विश्व में भय का महौल है. इसी के मद्देनजर भारत सरकार के आयुष मंत्रालय ने भी चेतावनी जारी की है और आयुर्वेद के अनुसार कोराना वायरस से बचाव के लिए उपाय सुझाएँ हैं जिसमें कुछ आयुर्वेदिक दवाओं के नाम भी बताये गए हैं. आयुर्वेद के अलावा होमियोपैथी और यूनानी दवाओं के नाम भी आयुष मंत्रालय ने जारी किए हैं जो इस तरह से है –
आयुष मंत्रालय द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति
एक रहस्यमय नया कोराना वायरस तेजी से फैल रहा है। पूरा विश्व इसके कोरोना वायरस के भयभीत है। भारत सरकार के आयुष मंत्रालय के तहत अनुसंधान परिषदों ने भारतीय पारंपरिक औषधि प्रणालियां – आयुर्वेद, होम्योपैथी एवं यूनानी पर आधारित चेतावनी जारी की है।
आयुर्वेदिक परंपराओं के अनुसार, रोकथाम प्रबंधन के लिए निम्नलिखित उपाय सुझाए गए हैं –
* यह सलाह केवल सूचना के लिए है और इसे केवल पंजीकृत आयुर्वेद चिकित्सकों के परामर्श से अपनाया जाएगा।
आयुष मंत्रालय की पहल से, सेंट्रल काउंसिल फॉर रिसर्च इन होम्योपैथी (सीसीआरएच) ने 28 जनवरी, 2020 को अपने वैज्ञानिक सलाहकार बोर्ड की 64वीं बैठक में कोरोमा वायरस संक्रमण से बचाव के तरीकों और उपायों पर चर्चा की। विशेषज्ञों के समूह ने सिफारिश की है कि होमियोपैथी दवा आर्सेनिकम एल्बम 30 को कोरोना वायरस संक्रमण के खिलाफ रोगनिरोधी दवा के रूप में अपनाया जा सकता है, जिसे आईएलआई की रोकथाम के लिए भी सुझाया गया है। इसने आर्सेनिकम एल्बम 30 की एक डोज की सिफारिश की है, जो प्रतिदिन खाली पेट में तीन दिनों के लिए इस्तेमाल की जाती है। खुराक को एक महीने के बाद दोहराया जाना चाहिए ताकि समुदाय में प्रबल होने वाले कोरोना वायरस संक्रमण के उसी शेड्यूल का पालन किया जा सके। इसके अलावा विशेषज्ञ समूह ने सलाह दी है कि रोग की रोकथाम के लिए भारत सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा सुझाए स्वास्थ्यकर उपायों का जनता द्वारा पालन किया जाना चाहिए।
कोरोना वायरस के संक्रमण के लक्षण प्रबंधन में उपयोगी यूनानी दवाएं
क्र.स. |
यूनानी दवाई का नाम |
सामान्य नाम |
वानस्पति नाम |
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चिरायता |
इंडियन जेंटियन |
स्वेर्तिया चिराता कर्स्ट |
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कासनी |
कॉमन चिकोरी |
चिचोरीयमींटीबस लिन |
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अफसन्टीस |
कॉमन सेजवार्ट |
आर्टीमिसिया एबसिंथिसम लिन |
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नानखावा |
अजोवान |
ट्राचिस्परमूमामी स्प्रेग |
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गावजावेन |
बोरेज |
बोरेज आफिसीनालिस लिन |
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नाम छाल |
मारगोसा |
आजारिराक्टइंडिका ए. जुस |
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सादकूफी |
साइप्री ऑल |
साइपरूस्कैरिअस आर. बीआर. |
क्र.स. |
यूनानी दवाई का नाम |
सामान्य नाम |
वानस्पतिक नाम |
मात्रा |
|
बेहिदाना |
क्यून्स |
साइडोनिया ओबलोंगा |
3 ग्राम |
|
उन्नाब |
जुजुबी |
जीजीफुस जुजुबी लिन |
7 |
|
सपिस्तान |
एसिरियन पल्म |
कोरडिया मिक्सा लिन |
7 |
|
दारचीनी |
सीन्नामोम |
सिन्नामोमुमजेलेनीकम |
3 ग्राम |
|
बनाफसा |
स्विट वायलेट |
वियोला ओडोराटा लिन |
5 ग्राम |
|
बर्ज-ए- गोजाबान |
बोरेज |
बोरेजो ऑफीसिनालिस लिन |
7 ग्राम |
क्र.स. |
यूनानी दवाई का नाम |
वानस्पतिक नाम |
मात्रा |
|
खसखस |
पापावरसोमनीफेरम |
12 ग्राम |
|
बाजरूलबंज |
हायोसियामूसनिगर |
12 ग्राम |
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पोस्ट खसखस |
पापावरसोमनीफेरम |
12 ग्राम |
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बर्ज-ए-मोर्द (हबुलास) |
मृतुस्कोमुनिस |
12 ग्राम |
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तुख्म-ए-काहू मुकासर |
लेक्टुका सतीवा |
12 ग्राम |
|
गुलेसुर्ख |
रोसा डमासेना |
12 ग्राम |
आहार संबंधी सलाह
यूनानी चिकित्सकों के सुझावों के अनुसार सुपाच्य, हल्का एवं नरम आहार के लिए सलाह दी जाती है
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