By NS Desk | 11-Aug-2021
रिपोर्ट सोफोस स्टेट ऑफ रैनसमवेयर इन रिटेल ने 2020 के दौरान दुनियाभर में खुदरा क्षेत्र पर रैंसमवेयर हमलों की सीमा और प्रभाव का आकलन किया।
रिपोर्ट से पता चला है कि खुदरा क्षेत्र में रैंसमवेयर हमले को सुधारने के लिए कुल बिल, डाउनटाइम, लोगों के समय, डिवाइस की लागत, नेटवर्क लागत, खोए हुए अवसर और फिरौती का भुगतान पर विचार करते हुए क्रॉस-सेक्टर औसत 18.5 करोड़ डॉलर की तुलना में औसतन 19.7 करोड़ डॉलर था।
रैंसमवेयर की चपेट में आए खुदरा संगठनों में आधे से अधिक (54 प्रतिशत) ने कहा कि हमलावर अपने डेटा को एन्क्रिप्ट करने में सफल रहे, जबकि एक तिहाई (32 प्रतिशत) ने फिरौती के रूप में औसतन 147,811 डॉलर का भुगतान किया।
हालांकि, भुगतान करने वालों ने अपने डेटा का औसतन केवल दो-तिहाई (67 प्रतिशत) ही वसूल किया, जिससे एक तिहाई पहुंच से बाहर हो गया और सिर्फ 9 प्रतिशत को अपना सारा एन्क्रिप्टेड डेटा वापस मिल गया, जैसा कि रिपोर्ट में दिखाया गया है।
सोफोस के प्रमुख शोध वैज्ञानिक चेस्टर विस्निव्स्की ने एक बयान में कहा, खुदरा क्षेत्र हमेशा साइबर हमलों के लिए एक आकर्षक लक्ष्य रहा है, इसके जटिल, वितरित आईटी वातावरण, जिसमें कई कनेक्टेड पॉइंट-ऑफ-सेल डिवाइस, एक अपेक्षाकृत क्षणिक और गैर-तकनीकी कार्यबल और व्यक्तिगत वित्तीय ग्राहक डेटा की एक विस्तृत श्रृंखला तक पहुंच शामिल है।
उन्होंने कहा, महामारी के प्रभाव ने अतिरिक्त सुरक्षा चुनौतियां पेश कीं, जिनका साइबर अपराधियों ने तेजी से फायदा उठाया।
रैनसमवेयर और अन्य साइबर हमलों के खिलाफ खुदरा आईटी नेटवर्क को सुरक्षित करने के लिए, विस्निव्स्की ने आईटी टीमों को तीन महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर संसाधनों पर ध्यान केंद्रित करने की सलाह दी है।
सर्वेक्षण रिपोर्ट में रायशुमारी के लिए यूरोप, अमेरिका, एशिया-प्रशांत और मध्य एशिया, मध्य पूर्व और अफ्रीका के 30 देशों में 435 खुदरा आईटी प्रबंधकों सहित 5,400 आईटी क्षेत्र के निर्माताओं को चुना गया।
--आईएएनएस
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