एक आधिकारिक प्रवक्ता ने कहा कि नमूने एकत्र किए गए और जालंधर में रिजनल डिजीज डायग्नोस्टिकलेब्रोटेरी को भेजे गए, जहां से अभी भी रिपोर्ट का इंतजार है।
पक्षियों के री-सैंपलिंग के लिए प्रयोगशाला से एक दल बरवाला क्षेत्र में पहुंचा है। ये पक्षी रानीखेत या संक्रामक लेरिंजियो-ट्रैक्टिस से ग्रसित हो सकते हैं।
प्रवक्ता ने कहा कि पंचकुला जिले में पोल्ट्री फॉर्मो में 77,87,450 पक्षी हैं, और 409,970 पक्षियों की मौत हो चुकी है।
उन्होंने कहा कि भले ही पिछले महीने की तुलना में अधिक मुर्गियों की मौत हुई है, लेकिन आज तक इस बात का कोई सबूत नहीं मिला है कि पॉल्ट्री या पॉल्ट्री उत्पादों के सेवन से कोई भी व्यक्ति संक्रमित हुआ हो।
--आईएएनएस
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