By NS Desk | 19-Aug-2021
डब्ल्यूएचओ के अनुसार, केवल 10 देशों ने सभी टीकों की आपूर्ति का 75 प्रतिशत प्रशासित किया है, जबकि कम आय वाले देशों ने अपने लोगों के बमुश्किल 2 प्रतिशत लोगों को टीका लगाया है।
डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक ट्रेडोस एडनॉम घेब्येयियस ने बुधवार को कहा कि वैक्सीन अन्याय पूरी मानवता के लिए शर्म की बात है।
घेब्रेयस ने कहा कि अगर हम इससे एक साथ नहीं निपटेंगे तो हम इस महामारी के तीव्र चरण को वर्षों तक बढ़ाएंगे, जबकि यह कुछ ही महीनों में खत्म हो सकता है।
कोविड के खिलाफ बूस्टर टीके लगाने की योजना बनाने वाले और उन देशों पर निशाना साधते हुए, उन्होंने कहा कि डेल्टा वेरिएंट टीकाकरण के निम्न स्तर और सीमित सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों वाले स्थानों में अस्पताल में भर्ती और मृत्यु के आकर्षण का केंद्र बना रहा है।
पिछले हफ्ते, डब्ल्यूएचओ ने उन देशों को आपूर्ति शिफ्ट करने में मदद करने के लिए बूस्टर पर अस्थायी रोक लगाने का आह्वान किया था, जो अपने स्वास्थ्य कार्यकतार्ओं और जोखिम वाले समुदायों का टीकाकरण तक नहीं कर पाए हैं और अब प्रमुख स्पाइक्स का अनुभव कर रहे हैं।
वैश्विक स्वास्थ्य निकाय ने बूस्टर पर उपलब्ध आंकड़ों पर बहस करने के लिए दुनिया भर के 2,000 विशेषज्ञों की एक टीम का नेतृत्व किया।
घेब्रेयियस ने निमार्ताओं और नेताओं से बूस्टर शॉट्स पर निम्न और मध्यम आय वाले देशों को आपूर्ति को प्राथमिकता देने का आह्वान किया।
घेब्रेयसस ने कहा कि बूस्टर शॉट को रोल आउट करने से पहले सबसे कमजोर लोगों की रक्षा करना महत्वपूर्ण है।
वायरस विकसित हो रहा है और यह नेताओं के सर्वोत्तम हित में नहीं है। हम केवल संकीर्ण राष्ट्रवादी लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित कर सकते है और हम एक परस्पर दुनिया में रहते हैं और जहां वायरस तेजी से उत्परिवर्तित हो रहा है।
घेब्रेयस ने कहा कि वास्तव में, मजबूत राष्ट्रीय नेतृत्व पूरी तरह से वैक्सीन इक्विटी और वैश्विक एकजुटता के लिए प्रतिबद्ध होगा, जो जीवन को बचाएगा।
--आईएएनएस
एमएसबी/आरजेएस