जयपुर। राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने मंगलवार को कहा कि राज्य के सभी जिला आयुर्वेदिक अस्पतालों में पोस्ट-कोविड केंद्र खोले जाएंगे। विशेषज्ञ इन केंद्रों में होम्योपैथी, आयुर्वेद और यूनानी चिकित्सा प्रणालियों के माध्यम से कोविड -19 से उबरने वाले रोगियों का उपचार करेंगे, ताकि उनकी प्रतिरक्षा बढ़ सके।
शर्मा मंगलवार को स्वास्थ्य भवन में आयुर्वेद, होम्योपैथी, यूनानी, योग और प्राकृतिक चिकित्सा विभागों की सलाहकार समितियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य में मेडिको टूरिज्म की भारी संभावनाओं को देखते हुए राजस्थान में 20 ऐसे स्थानों की पहचान की गई है जहां पर्यटकों की अधिकतम संख्या है। उन्होंने कहा कि पीपीपी मोड में इन स्थानों पर अत्याधुनिक सुविधाओं वाले योग केंद्र खोले जाएंगे।
शर्मा ने कहा कि पूरी दुनिया ने कोरोनावायरस अवधि के दौरान आयुष प्रणाली पर भरोसा करना शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार आयुर्वेद, होम्योपैथी और यूनानी चिकित्सा प्रणालियों के संरक्षण और संवर्धन के लिए प्रतिबद्ध है और उनकी बेहतरी के लिए काम कर रही है।
आयुर्वेद और चिकित्सा की अन्य भारतीय प्रणालियों के विकास पर विस्तार से चर्चा की गई और बैठक में कुछ दिशानिर्देश दिए गए। मंत्री ने अधिकारियों को सार्वजनिक निजी भागीदारी (पीपीपी) मोड में राज्य भर में 17 स्थानों पर वनस्पति उद्यान विकसित करने के लिए एक रूपरेखा तैयार करने का निर्देश दिया।
उन्होंने प्रत्येक आयुष अस्पताल में गुग्गल, तुलसी, गिलोय, अश्वगंधा जैसे और अन्य पौधों पर जोर देने के साथ 10 प्रकार के औषधीय पौधे लगाने के निर्देश दिए।
शर्मा ने अधिकारियों से विस्तार से स्पष्टीकरण के साथ प्रमुख आयुर्वेद दवाओं की एक पुस्तिका प्रकाशित करने के लिए भी कहा। राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान के पूर्व निदेशक महेश चंद्र शर्मा ने इस पुस्तिका को तैयार करने की जिम्मेदारी ली है। (आईएएनएस)