By NS Desk | 17-Aug-2021
हेरान जिले में स्वास्थ्य कार्यालय के निदेशक तारिक मिस्वाक हिबा ने सोमवार को समाचार एजेंसी सिन्हुआ को बताया, सरकार के कब्जे वाले उत्तरी जिलों में एक वर्ष से कम उम्र के लगभग 2,450 बच्चों और पांच वर्ष से कम उम्र के 8,900 बच्चों को किसी भी प्रकार का वैक्सीन नहीं मिला है और न हीं पोलिया टीका मिला है।
उन्होंने कहा, कई गर्भवती माताओं को भी दवा और टीकाकरण टीमों की कमी के कारण स्वास्थ्य देखभाल नहीं मिलने का खतरा है।
हिबा ने जोर देकर कहा, मैं यमन में काम करने वाले अंतर्राष्ट्रीय मानवीय संगठनों से इन संकटग्रस्त जिलों में इन टीकों की तत्काल डिलीवरी के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ समन्वय करने की अपील करता हूं।
हेरान में स्वास्थ्य कार्यालय के अनुसार, इन क्षेत्रों में प्रतिदिन औसतन 300 रोगी स्वास्थ्य केंद्रों का दौरा करते हैं, जिनमें ज्यादातर बच्चे और महिलाएं हैं।
हेरान स्वास्थ्य कार्यालय के एक अधिकारी ने सिन्हुआ को बताया, इन क्षेत्रों में बच्चों के लिए पोलियो टीकाकरण सबसे जरूरी है, साथ ही डिप्थीरिया, खसरा, हेपेटाइटिस बी, काली खांसी और रूबेला के खिलाफ टीकाकरण भी जरूरी है।
--आईएएनएस
आरएचए