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मप्र में देवास बना शत-प्रतिशत लोगों को वैक्सीन डोज लगाने वाला जिला

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By NS Desk | 12-Aug-2021

देवास, 12 अगस्त (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश का देवास राज्य का ऐसा पहला जिला बन गया है जहां शत-प्रतिशत आबादी केा केारेाना वैक्सीन का पहला डोज लग चुका है। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने इस उपलब्धि पर नगर निगम के पूरे अमले को बधाई दी है।

कोरेाना महामारी के खिलाफ सबसे बड़ा हथियार वैक्सीनेशन को माना गया है, यही कारण है कि राज्य में वैक्सीनेशन का अभियान जोर-शोर से चलाया जा रहा है। लोगों केा जहां वैक्सीनेशन के लाभ बताए जा रहे है, वहीं भ्रांतियों केा दूर किया जा रहा है।

नगरीय क्षेत्र देवास को कोविड वैक्सीनेशन के लिये जनसंख्या के अनुपात में 2.21 लाख का लक्ष्य प्राप्त हुआ था। जिला प्रशासन द्वारा इसे प्राप्त करने के लिये शासकीय एवं अशासकीय दलों का गठन किया गया। परिणाम स्वरूप नगरीय क्षेत्र के कुल दो लाख 21 हजार 328 लोगों को प्रथम डोज तथा 52 हजार 475 व्यक्तियों को द्वितीय डोज लग चुका है। प्रथम एवं द्वितीय डोज मिलाकर कुल दो लाख 73 हजार 803 व्यक्तियों का टीकाकरण किया जा चुका है।

बताया गया है कि नगर निगम क्षेत्र के समस्त 45 वाडरें में वार्ड क्राइसिस मैनेजमेंट समितियों को पूर्ण रूप से अपने क्षेत्रों में कार्य करने के लिये प्रशिक्षित किया गया। सम्पूर्ण 45 वाडरें में 18 से 45 आयु के तथा 45़ आयु के नागरिकों का डोर टू डोर सर्वे कर टीकाकरण के प्रति लोगों की भ्रांतियों को दूर कर उन्हें वैक्सीनेशन के लिये मोटिवेट किया गया। इस कार्य में सांसद, स्थानीय विधायक, समस्त पार्षदगण एवं स्थानीय जन-प्रतिनिधियों का भी योगदान रहा।

नगर में 40 स्थानों पर वैक्सीनेशन सेंटर निर्मित किये गये, जहाँ स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य रूप से नगर निगम एवं महिला-बाल विकास विभाग के कर्मचारियों द्वारा वार्ड में नागरिकों को अभिप्रेरित (मोटिवेट) किया गया।

नगर में सभी प्रमुख समाजों द्वारा अपनी-अपनी धर्मशालाओं में समाजजनों को एकत्रित कर उन्हें समाज प्रमुखों एवं धर्मगुरुओं द्वारा टीकाकरण के लिये प्रोत्साहित किया गया। साथ ही प्रशासन द्वारा उन्हीं स्थानों पर टीकाकरण केन्द्र स्थापित कर स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा टीकाकरण किया गया। इस अभियान में समाज के सभी धर्मों के धर्मगुरुओं की भी मदद ली जा रही है।

--आईएएनएस

एसएनपी/आरजेएस

डिस्क्लेमर - लेख का उद्देश्य आपतक सिर्फ सूचना पहुँचाना है. किसी भी औषधि,थेरेपी,जड़ी-बूटी या फल का चिकित्सकीय उपयोग कृपया योग्य आयुर्वेद चिकित्सक के दिशा निर्देश में ही करें।