By NS Desk | 15-Aug-2021
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा नाइजीरिया को पोलियो मुक्त राष्ट्र घोषित करने के एक साल बाद नए मामले का पता चला।
अदामावा में स्वास्थ्य और मानव सेवा आयुक्त अब्दुल्लाही ईसा, जिन्होंने राज्य में पोलियो के खिलाफ पहले दौर के प्रकोप प्रतिक्रिया टीकाकरण के झंडे के दौरान नए मामले की पुष्टि की, उन्होंने यह नहीं बताया कि वास्तव में इस मामले का पता कब चला था।
ईसा ने वीडीपीवी को कमजोर पोलियोवायरस के एक स्ट्रेन के रूप में वर्णित किया है, जिसे शुरू में ओरल पोलियो वैक्सीन (ओपीवी) में शामिल किया गया था जो समय के साथ बदल गया है और जंगली या स्वाभाविक रूप से होने वाले वायरस की तरह व्यवहार करता है।
उन्होंने कहा कि नया मामला, जो फिर से सामने आया है, संचरित वायरस के प्रकोप को संभव बनाता है।
ईसा ने कहा, पोलियोवायरस टाइप 2 के पुनरुत्थान के लिए ओपीवी के लिए पहले दौर के प्रकोप की प्रतिक्रिया को तत्काल हरी झंडी दिखाना आवश्यक हो गया।
आदमवा में पोलियो वायरस के खिलाफ चल रहे टीकाकरण अभियान में डब्ल्यूएचओ और यूनिसेफ के सहयोग से लगभग 800 स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीनेटर के रूप में प्रशिक्षित किया गया है।
राज्यभर में प्रकोप प्रतिक्रिया टीकाकरण अभियान में पांच साल से कम उम्र के लगभग 10 लाख बच्चों को लक्षित किया गया है।
अदामावा में डब्ल्यूएचओ के समन्वयक इयोबोसा इगबिनोविया ने कहा, डब्ल्यूएचओ राज्य सरकार के साथ मिलकर काम कर रहा है, ताकि वायरस का पूर्ण उन्मूलन सुनिश्चित किया जा सके और यह सुनिश्चित किया जा सके कि हर पात्र बच्चे को पोलियो का टीका लगाया जाएगा।
--आईएएनएस
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