By NS Desk | 16-Aug-2021
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने सरकार को चेतावनी दी है कि कोविड की तीसरी लहर में बच्चों को संक्रमण का अधिक खतरा हो सकता है, क्योंकि उन्हें टीका नहीं लगाया गया है।
तीसरी लहर के दौरान बच्चों की सुरक्षा पर सुझाव देने के लिए एक विशेष टास्क फोर्स का गठन किया गया जो आसन्न स्थिति से निपटने के लिए दिल्ली सरकार की कार्य योजना का हिस्सा है। इसके अलावा दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में ऑक्सीजन सप्लाई के बुनियादी ढांचे का आकलन करने के लिए अलग से कमेटी का गठन किया गया है।
चाचा नेहरू चिल्ड्रेन हॉस्पिटल, एलएनजेपी हॉस्पिटल, जीटीबी और कई अन्य सरकारी अस्पतालों में बच्चों के लिए स्पेशल टास्क फोर्स की देखरेख में कोविड आईसीयू वार्ड तैयार किए जा रहे हैं। दिल्ली में लोक नायक जय प्रकाश अस्पताल और लिवर एवं पित्त विज्ञान संस्थान (आईएलबीसी) में वायरस के प्रकारों की पहचान करने के लिए दो जीनोम अनुक्रमण प्रयोगशालाओं की योजना बनाई गई है।
चाचा नेहरू बाल अस्पताल की प्रमुख ममता जाजू ने आईएएनएस को बताया कि अस्पताल में 24 घंटे निर्बाध आपूर्ति के लिए नई ऑक्सीजन पाइपलाइन बिछाई जा रही है।
उन्होंने कहा कि इस समय अस्पताल में 220 बेड की व्यवस्था है। तीसरी कोविड लहर को देखते हुए बेड की संख्या 250 से अधिक की जाएगी। वहीं, अस्पताल में बच्चों के लिए 30 आईसीयू बेड हैं, जिन्हें बढ़ाकर 100 किया जाएगा।
उन्होंने कहा, आने वाले दिनों में 150 ऑक्सीजन प्वाइंट की मौजूदा संख्या को बढ़ाकर 230 करने का काम चल रहा है।
उन्होंने कहा कि तीसरी कोविड लहर से पहले ऑक्सीजन की आपूर्ति में कोई संकट न हो, यह सुनिश्चित करने के लिए नए टैंक भी लगाए जा रहे हैं।
बाल रोग विशेषज्ञ ममता जाजू ने कहा, हम बच्चों के आईसीयू वार्डो के लिए नए वेंटिलेटर और ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए इस्तेमाल होने वाली हाई-टेक मशीन खरीदने की तैयारी कर रहे हैं।
दिल्ली के अस्पतालों में आईसीयू बेड के लिए बीस घंटे ऑक्सीजन सप्लाई की व्यवस्था की जा रही है। इसके साथ ही लिक्विड ऑक्सीजन की क्षमता बढ़ाकर 10,000 लीटर करने की तैयारी की जा रही है। अस्पताल प्रशासन द्वारा हेल्पलाइन नंबर जारी करने की भी योजना बनाई जा रही है।
--आईएएनएस
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