बीबीसी न्यूज के मुताबिक यीशु के शिनचीओनजी चर्च के प्रमुख ली को कोरोनावायरस दिशानिर्देशों के उल्लंघन में दोषी करार कर निलंबित करने की सजा दी गई थी।
दक्षिण कोरिया में चर्च कोरोनावायरस के पहले प्रकोप का केंद्र था, जिससे लोगों में काफी आक्रोश था।
यह देश के कुल मामलों में अकेले ही 36 परसेंट का भागीदार था।
पिछले साल मार्च में, सियोल शहर की सरकार ने ली और संप्रदाय के 11 अन्य नेताओं के खिलाफ कानूनी शिकायत दर्ज की थी।
उन पर हत्या का आरोप लगाया गया, जिससे संक्रामक रोग और नियंत्रण अधिनियम को नुकसान पहुंचा और उल्लंघन हुआ।
उन पर गबन करने और अनुचित धार्मिक आयोजन करने का भी आरोप लगाया गया था।
चर्च ने कहा कि ली अपने सदस्यों की गोपनीयता के लिए चिंतित थे, लेकिन उन्होंने कभी भी अधिकारियों से जानकारी नहीं छिपाई।
--आईएएनएस
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