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तीसरी लहर को रोकने के लिए आंध्र प्रदेश को रोल मॉडल के रूप में उभरना चाहिए : गवर्नर

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By NS Desk | 07-Aug-2021

अमरावती, 7 अगस्त (आईएएनएस)। आंध्र प्रदेश के राज्यपाल बिस्वा भूषण हरिचंदन ने शुक्रवार को कहा कि राज्य को कोरोना वायरस की तीसरी लहर को रोकने में रोल मॉडल के रूप में उभरना चाहिए।

वे राजभवन द्वारा आयोजित राज्य में कोविड-19 की तीसरी लहर की रोकथाम पर जागरूकता पैदा करें के वेबिनार में बोल रहे थे। उन्होंने इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी, रोटरी क्लब, भारत स्काउट्स और गाइड, यूनिसेफ और अन्य के राज्य प्रतिनिधियों सहित कई गैर सरकारी संगठनों की भागीदारी के बारे में जिक्र भी किया।

उन्होंने कहा, कई एनजीओ हैं जिन्होंने कोविड -19 की पहली और दूसरी लहर के दौरान जबरदस्त काम किया है और वे वायरस के पूर्ण उन्मूलन में एक प्रमुख भूमिका निभा सकते हैं।

उन्होंने गैर सरकारी संगठनों से अपने संसाधनों को अधिकतम उपयोग करने की अपील की। टीकाकरण के लिए जाने और कोविड के उचित व्यवहार का पालन करने के बारे में जागरूकता पैदा करने का अनुरोध किया।

राज्यपाल के अनुसार, पहली और दूसरी लहर से सीखे गए सबक के साथ, अधिकारी वेंटिलेटर, अस्पताल के बेड, पीपीई किट और अन्य जुटाकर स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को बढ़ाने में सक्षम हुए हैं, जिसके कारण कई लोगों की जान बचाई गई है।

उन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकार द्वारा आयोजित तेजी से टीकाकरण अभियान ने भी कई लोगों की जान बचाई है।

यह देखते हुए कि पहली लहर की समस्याएं दूसरी लहर में नहीं पाई गईं और दूसरी लहर की समस्याएं तीसरी लहर में सामने नहीं आ सकतीं, उन्होंने कहा कि सभी पात्र श्रेणियों के लोगों का पूर्ण टीकाकरण और कोविड-उपयुक्त व्यवहार जैसे कि मास्क पहनना, सामाजिक दूरी बनाए रखने और नियमित रूप से हाथ धोने से तीसरी लहर की रोकथाम में मदद मिल सकती है।

उन्होंने कहा, लोगों को सामाजिक समारोहों, धार्मिक समारोहों, भीड़ के साथ घुलने-मिलने आदि में ज्यादा सावधानी बरतनी चाहिए क्योंकि कोविड -19 के नए वेरिएंट पिछले वेरिएंट की तुलना में अधिक संचरण क्षमता दिखाते हैं और शुरूआती टीकाकरण अगली लहर में अस्पताल में भर्ती होने से रोक सकता है।

--आईएएनएस

एसएस/आरएचए

डिस्क्लेमर - लेख का उद्देश्य आपतक सिर्फ सूचना पहुँचाना है. किसी भी औषधि,थेरेपी,जड़ी-बूटी या फल का चिकित्सकीय उपयोग कृपया योग्य आयुर्वेद चिकित्सक के दिशा निर्देश में ही करें।