By NS Desk | 14-Jul-2021
उन्होंने कहा कि छात्रों के भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए यह कदम उठाया गया है।
सावंत ने कहा, हमारी विशेषज्ञ समिति ने सुझाव दिया है कि सभी शिक्षकों को टीकाकरण करना होगा। अपवाद उन लोगों के लिए है, जिन्हें चिकित्सा समस्याएं हैं। वे (चिकित्सा) प्रमाणपत्र प्रस्तुत कर सकते हैं और छूट का लाभ उठा सकते हैं, अन्यथा टीकाकरण अनिवार्य होगा।
चिकित्सा की स्थिति वाले शिक्षकों को एक चिकित्सा प्रमाणपत्र प्रस्तुत करना होगा, जिससे उन्हें साप्ताहिक आधार पर छूट टीकाकरण की अनुमति मिल सके।
शिक्षा विभाग के अधिकारियों के अनुसार, निकट भविष्य में नियमित स्कूलों के फिर से शुरू होने की संभावना को देखते हुए यह कदम उठाया जा रहा है। इस समय राज्य में सभी स्कूल कक्षाएं ऑनलाइन मोड में संचालित की जा रही हैं।
--आईएएनएस
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