By NS Desk | 10-Aug-2021
सोमवार को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत आयोजित शिविर में सभी हितग्राहियों को खुराक दी गई।
जिला सिविल सर्जन, डॉ वीरेंद्र यादव ने कहा, अभियान के तहत जिले में हर माह की 9 तारीख को गर्भवती महिलाओं के लिए टीकाकरण शिविर का आयोजन किया जाएगा। इन शिविरों में उन्हें वैक्सीन की पहली और दूसरी खुराक दी जाएगी। साथ ही गर्भवती महिलाओं का स्वास्थ्य टेस्ट भी किया जाएगा।
उन्होंने आगे कहा कि महिलाओं को बार-बार स्वास्थ्य केंद्र नहीं आना पड़ेगा, इसलिए हर महीने की नौवीं तारीख को स्वास्थ्य जांच और टीकाकरण दोनों के लिए चुना गया है।
टीकाकरण अभियान के नोडल अधिकारी और उप सिविल सर्जन डॉ एम.पी. सिंह ने आईएएनएस को बताया कि सभी महिलाओं को निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार केवल कोवैक्सीन दी जाएगी।
सिंह ने कहा, कोवैक्सीन की पहली और दूसरी खुराक के बीच जो समय सीमा तय की गई है, वह बहुत कम है। इस टीके के माध्यम से, हम यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान अपना पहला और दूसरा एंटी-कोरोना टीका जल्दी मिल जाए।
गर्भावस्था में टीकाकरण क्यों जरूरी है, इस पर डॉ सिंह ने कहा कि अगर गर्भावस्था के दौरान कोई महिला कोरोना वायरस से संक्रमित हो जाती है तो समय से पहले प्रसव होने की संभावना रहती है, बच्चे का वजन 2.5 किलो से कम होगा। साथ ही, कई मामलों में बच्चे की जन्म से पहले ही मौत भी हो सकती है।
उन्होंने कहा कि अगर कोई महिला गर्भावस्था के दौरान कोरोना वायरस से संक्रमित हो जाती है तो उसे प्रसव के बाद ही टीका लगाया जा सकता है।
--आईएएनएस
एचके/आरजेएस