By NS Desk | 12-Aug-2021
शहर में चल रहे सावन झूला मेले के लिए उमड़े श्रद्धालुओं की निकासी भी शुरू हो गई है।
यह कोविड प्रोटोकॉल को लागू करने और महामारी की तीसरी लहर की संभावना की जांच करने के लिए किया जा रहा है।
जिला मजिस्ट्रेट अनुज झा ने कहा कि 24 घंटे की अवधि में जारी की गई नकारात्मक आरटी-पीसीआर रिपोर्ट वाले लोगों को ही शहर में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी।
प्रशासन ने मंदिर प्रबंधन समितियों को तीर्थयात्रियों को रात में मंदिर परिसर में ठहरने की अनुमति नहीं देने की भी सलाह दी।
मणिपर्वत मंदिर में समारोह, जो सावन मेला के दौरान मुख्य स्थान रखता है, प्रशासन द्वारा पूजा के लिए जुलूसों, समारोहों या भक्तों के इकट्ठा होने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
इससे पहले बुधवार को, देवताओं की विभिन्न मूर्तियों को सावन झूला उत्सव को चिह्न्ति करने के लिए एक झूले पर रखा गया था, जो परंपरा के अनुसार रक्षा बंधन तक जारी रहता है।
जिलाधिकारी ने कहा कि घाटों पर स्नान करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, लेकिन इस आदेश से स्थानीय साधुओं की दिनचर्या प्रभावित नहीं होगी, जो अनुष्ठान करने से पहले सरयू में स्नान करते हैं।
--आईएएनएस
एमएसबी/एएनएम