By NS Desk | 17-Jul-2021
सर्दी और खांसी के लिए आयुर्वेदिक दवा: डाबर सितोपलादि चूर्ण
डाबर सितोपलादि चूर्ण सर्दी-खांसी की आयुर्वेदिक औषधि है. यह पिप्पली जैसे औषधीय पौधों से बनाया जाता है, जो आयुर्वेद के शास्त्रों के हिसाब से प्रकृति में उपलब्ध सर्वोत्तम एक्सपेक्टोरेंट (expectorants) में से एक है. डाबर सितोपलादि चूर्ण 100% प्राकृतिक अवयवों से बना है जो खांसी और सर्दी के खिलाफ काम करते हैं और आपको उसकी तकलीफ से छुटकारा दिलाता है.इसके एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों के कारण यह मधुमेह, एनीमिया और माइग्रेन के इलाज में भी मदद करता है। यह सभी आयु समूहों के लिए उपयुक्त एक सुरक्षित और खांसी रोकने वाली प्राकृतिक औषधि है.
आधा से 1 चम्मच (3-6 ग्राम) दिन में दो बार शहद के साथ या आयुर्वेद चिकित्सक के निर्देशानुसार सेवन करें।
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क्या सितोपलादि चूर्ण की आदत पड़ जाती है?
►नहीं, ऐसा बिलकुल नहीं होता. लेकिन चिकित्सकीय देखरेख में लेना श्रेयस्कर होगा.
क्या सितोपलादि चूर्ण खाने के बाद नींद आती है?
►नहीं. निर्धारित मात्रा में खुराक लेने से ऐसी कोई समस्या नहीं आती. लेकिन यदि आपको ऐसा लग रहा है तो चिकित्सक से संपर्क करे.
क्या सितोपलादि चूर्ण खांसी से राहत दिलाने में मदद करता है?
►हाँ. सितोपलादि चूर्ण को 2-4 ग्राम की मात्रा में दिन में दो बार लेने से खांसी से छुटकारा मिलता है.
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किसी भी प्रकार की दवाई लेने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना आवश्यक है। आयुर्वेद के अनुभवी डॉक्टर से निशुल्क: परामर्श लें @ +91-9205773222