रुद्रपुर। सुप्रसिद्ध वैद्य बालेंदु प्रकाश और डॉ. विनोद जोशी समेत देशभर के 55 ख्याति प्राप्त आयुर्वेदिक चिकित्सकों को राष्ट्रीय गुरु की पदवी से सम्मानित किया गया. भारत सरकार के आयुष मंत्रालय की राष्ट्रीय आयुर्वेद विद्यापीठ इकाई द्वारा यह सम्मान दिया गया. आयुर्वेद विद्यापीठ की ओर से गुरु शिष्य परंपरा पाठ्यक्रम चलाया जाता है. इसमें चयनित किए गए गुरु अपने चिकित्सकीय अनुभवों और औषधि निर्माण संबंधित जानकारियों को विद्यापीठ में चयनित विद्यार्थियों के साथ साझा करते हैं.
आयुर्वेद में वर्णित रसशास्त्र पर आधारित निजी रस औषधियों का निर्माण कर असाध्य रोगियों का इलाज करने में वैद्य बालेंदु प्रकाश ने राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अलग पहचान बनाई है. वैद्य बालेंदु एक्यूट प्रोमाइलॉस्टिक ल्यूकेमिया, माइग्रेन, न्यूट्रीशनल एनीमिया, पैन्क्रियाटाइटिस आदि जटिल रोगों का इलाज करते हैं। इसके लिए उन्हें वर्ष 1999 में पद्मश्री से नवाजा जा चुका है. वह पूर्व राष्ट्रपति डॉ. केआर नारायणन के आयुर्वेदिक चिकित्सक भी रह चुके हैं.
वैद्य बालेंदु प्रकाश ने बताया कि राष्ट्रीय आयुर्वेदिक विद्यापीठ के दो अधिकारियों ने उनके केंद्र का औचक निरीक्षण किया गया था। इसके तहत उपलब्ध सुविधाओं और दैनिक कार्यवाही का जायजा लिया गया था. इसके बाद उन्हें राष्ट्रीय विद्यापीठ की ओर से जारी चयनित गुरुओं की सूची में शामिल किया गया है. गौरतलब है कि राष्ट्रीय आयुर्वेदिक विद्यापीठ की ओर से चयनित शिष्यों एवं गुरुओं को शिक्षा पाठ्यक्रम अवधि के दौरान मानद मासिक भत्ता भी दिया जाता है.
(खबर का स्रोत - अमर उजाला)