वर्ष 2019 में पहला आयुर्वेद सम्मेलन उत्तरप्रदेश के कानपुर में होने जा रहा है. इस सम्मेलन को लेकर शनिवार को प्रादेशिक आयुर्वेद सम्मेलन उत्तर प्रदेश शाखा के अध्यक्ष वैद्य गोपाल दत्त शर्मा ने संवाददाता सम्मेलन में जानकारी देते हुए कहा कि आयुर्वेद भारतीय चिकित्सा पद्धति है। इसको स्थान दिलाना हमारा उद्देश्य है. इसी सोच के साथ लाइफ स्टाइल मैनेजमेंट और शुगर, सांस समेत अन्य गंभीर बीमारियों का आयुर्वेद से इलाज कर जड़ से खत्म कर सकते है. इन सब पर कानपुर में होने वाले दो दिवसीय आयुर्वेद पर्व में मंथन किया जाएगा. यह जानकारी शनिवार को दी.
शाखा के महामंत्री डॉ. ब्रजभूषण शर्मा ने बताया कि उत्तर प्रदेश में पहली बार आयुर्वेद पर्व करने का मौका मिला है. दो दिवसीय आयुर्वेद पर्व 19 जनवरी से कानपुर में मोती झील परिसर में होगा. पर्व में देश, प्रदेश के नाडी विशेषज्ञ वैद्यों द्वारा रोगियों की जांच और परामर्श देगे. पर्व में रोगियों को उचित इलाज के साथ पंचकर्म, क्षार सूत्र समेत आयुर्वेद की अन्य विधाओं के फायदों का विस्तार से जानकारी दी जाएगी.
आयुर्वेद पर्व का शुभारम्भ प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेगे. इस पर्व को प्रदेश में कराए जाने में सांसद डॉ. मुरली मनोहर जोशी का प्रयास सराहनीय है. वार्ता में वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉ. एनएस त्यागी, पूर्व अध्यक्ष डॉ. रुप सिंह त्यागी, डॉ. आलोक शर्मा, डॉ. गौरव पाठक समेत अन्य मौजूद रहे. (एजेंसी)
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