Home Blogs NirogStreet News नया एचआईवी वेरिएंट अधिक संक्रामक

नया एचआईवी वेरिएंट अधिक संक्रामक

By NS Desk | NirogStreet News | Posted on :   09-Feb-2022

जिनेवा- नीदरलैंड में हाल ही में खोजा गया एचआईवी वेरिएंट अधिक संक्रमणीय और घातक है, एक शोध से यह जानकरी मिली। ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के बिग डेटा इंस्टीट्यूट के शोधकतार्ओं के नेतृत्व में किए गए अध्ययन से पता चला है कि एचआईवी के नए सबटाइप-बी प्रतिरक्षा प्रणाली में गिरावट (सीडी 4 काउंट) की दर को दोगुना कर देते हैं।

अध्ययन से यह भी पता चला है कि वेरिएंट नीदरलैंड में वर्षों से मौजूद है।

यूएनएड्स ने एक बयान में कहा, जबकि नया पहचाना गया वेरिएंट एक बड़े सार्वजनिक स्वास्थ्य खतरे का प्रतिनिधित्व नहीं करता है, लेकिन यह एचआईवी महामारी को रोकने के प्रयासों में तेजी लाने की आवश्यकता को रेखांकित करता है।

वैज्ञानिक लंबे समय से एचआईवी के नए, अधिक संक्रमणीय, रूपों के विकास के बारे में चिंतित हैं।

मर्फी ने तत्काल अत्याधुनिक चिकित्सा नवाचारों को उन तरीकों से तैनात करने की आवश्यकता का भी आह्वान किया जो समुदायों तक सबसे ज्यादा जरूरत तक पहुंचते हैं।

मर्फी ने कहा, "चाहे वह एचआईवी उपचार हो या कोविड -19 टीके, पहुंच में असमानताएं महामारी को इस तरह से खत्म कर रही हैं जो हम सभी को नुकसान पहुंचाती हैं।"

यूएनएड्स ने कहा कि अनुमानित 79 मिलियन लोगों के संक्रमित होने के साथ, एचआईवी हमारे समय की सबसे घातक महामारी बनी हुई है।

इसका अभी भी कोई टीका या इलाज नहीं है। उपचार केवल एंटीरेट्रोवायरल थेरेपी है, जो उन्हें जीवित और अच्छी तरह से रखता है और वायरस के संचरण को रोकता है।

लेकिन कोविड महामारी ने उपचार को प्रभावित किया है, जिससे महामारी की शुरूआत के बाद से एड्स से संबंधित बीमारियों से लगभग 36 मिलियन लोगों की मौत हो गई है।

2020 में लगभग 1.5 मिलियन लोग एचआईवी से संक्रमित हुए थे।

आज एचआईवी के साथ जी रहे 38 मिलियन लोगों में से 28 मिलियन लोग जीवन रक्षक एंटीरेट्रोवाइरल थेरेपी पर हैं। (एजेंसी)
यह भी पढ़े► इजरायली वैज्ञानिकों ने लकवे के इलाज के लिए रीढ़ की हड्डी का प्रत्यारोपण किया

NS Desk

Are you an Ayurveda doctor? Download our App from Google PlayStore now!

Download NirogStreet App for Ayurveda Doctors. Discuss cases with other doctors, share insights and experiences, read research papers and case studies. Get Free Consultation 9625991603 | 9625991607 | 8595299366

डिस्क्लेमर - लेख का उद्देश्य आपतक सिर्फ सूचना पहुँचाना है. किसी भी औषधि,थेरेपी,जड़ी-बूटी या फल का चिकित्सकीय उपयोग कृपया योग्य आयुर्वेद चिकित्सक के दिशा निर्देश में ही करें।