Home Blogs NIrog Tips शारीरिक क्षमता से ज्यादा कसरत करेंगे तो हो सकता है नुकसान : डॉ. अभिषेक गुप्ता

शारीरिक क्षमता से ज्यादा कसरत करेंगे तो हो सकता है नुकसान : डॉ. अभिषेक गुप्ता

By Dr Abhishek Gupta | NIrog Tips | Posted on :   20-Apr-2019

निरोग रहने की चाहत सबमें होती है. इसी चाहत में कई लोग योगाभ्यास समेत कई शारीरिक भागदौड़ वाले कसरत करते हैं. लेकिन इनमें से ढेरों ऐसे लोग हैं जो सही तरीके से कसरत नहीं करते या फिर बहुत अधिक शारीरिक कसरत करते हैं. इससे कई दूसरे तरह की समस्याएं पैदा हो सकती है. इसी विषय पर निरोगस्ट्रीट के सह-संस्थापक और सीएमओ डॉ. अभिषेक गुप्ता अपने चिकित्सीय अनुभव को यहाँ साझा कर रहे हैं. उनके अनुसार प्रत्येक व्यक्ति के शरीर की एक निश्चित शक्ति या क्षमता होती है, यदि उस व्यक्ति को कोई कसरत करनी है तो अपने शरीर की कुल शक्ति का सिर्फ आधी क्षमता तक ही करनी चाहिए.

शारीरिक क्षमता के अनुसार ही कसरत करे -डॉ. अभिषेक गुप्ता

आजकल चिकित्सकीय सलाह के समय कुछ रोगी ऐसे भी आते हैं:

मरीज - सर पिछले कुछ समय से दिन में 1 घंटे योग और 30 मिनट प्राणायाम कर रही हूँ , शुरुआत में थोड़ा ठीक लगता था लेकिन अब योग और प्राणायाम करने के बाद शरीर काँपने लगता है, घबराहट, बेचैनी, चक्कर और आँखों के सामने अँधेरा छाने लगता है, मेरा वजन भी तेज़ी से गिरता जा रहा है, पहले 52 किलो था अब 45 हो गया है सिर्फ 2 माह में! ऐसा क्यों हो रहा है? कोई तरीका बतायें जिससे यह समस्या न हो!

डॉ. अभिषेक - आपको इतना अधिक देर तक व्यायाम करने को किसने कहा था ?

मरीज - रोगी महिला का श्रद्धा भाव से भरा उत्तर: सर एक बाबा जी को टी.वी. पर सुना था , उन्होंने ने इतनी देर तक करने को कहा था इसलिए कर रही हूँ !

डॉ. अभिषेक - बहन जी, पहले तो आप यह जान लीजिए कि जो आप करती हैं वह योग नहीं है अपितु योग का एक छोटा सा अंग आसन है, जिसे आजकल लोगों ने बढ़ा-चढ़ाकर योग का नाम दे दिया है, योग का अर्थ स्वयं के शरीर व मन को अष्टांग योग के माध्यम से ईश्वर के साथ जोड़ना होता है। दूसरा प्रत्येक व्यक्ति के शरीर की एक निश्चित शक्ति या क्षमता होती है यदि उस व्यक्ति को कोई कसरत करनी है तो अपने शरीर की कुल शक्ति का सिर्फ आधी क्षमता तक ही करना चाहिए और तीसरी और सबसे जरुरी बात कि कभी भी टी.वी. या इंटरनेट में देखकर खुद का उपचार नहीं करना चाहिए, साथ में किसी भी व्यायाम को सुबह के समय खाली पेट में करें व शरीर पर हल्के हाथ से तेल की मालिश के बाद ही करें।

20 दिन बाद

कुछ आयुर्वेद की सामान्य हृद व बल्य औषधियों, आहार क्रम व उपरोक्त सलाह के बाद उन महिला को भेजा, आज पुनः 20 दिन बाद उनसे भेट हुई तो वे काफी स्वस्थ दिखीं, शरीर भार में 2 किलो की वृद्धि मिली व अब वे व्यायाम व प्राणायाम भी सिर्फ 20 मिनट करती हैं।

मूल बात जो सबको रखनी चाहिए याद

कृपया आप भी यदि ऐसा कुछ टी.वी. या इंटरनेट में देखकर करते हैं तो कृपया अपने शरीर के भले के लिये न करें, अपने पास के आयुर्वेद चिकित्सक के परामर्श के पश्चात ही कोई क्रिया या औषध करें, अन्यथा आप लाभ के स्थान पर हानि भी उठा सकते हैं।

डिस्क्लेमर - लेख का उद्देश्य आपतक सिर्फ सूचना पहुँचाना है. किसी भी औषधि,थेरेपी,जड़ी-बूटी या फल का चिकित्सकीय उपयोग कृपया योग्य आयुर्वेद चिकित्सक के दिशा निर्देश में ही करें।