Home Blogs Disease and Treatment सत्वावजय चिकित्सा से 'आदर्श' को मिली चंद मिनटों में राहत, डॉ. गरिमा ने दिखाया 'आयुर्वेद पावर' Live

सत्वावजय चिकित्सा से 'आदर्श' को मिली चंद मिनटों में राहत, डॉ. गरिमा ने दिखाया 'आयुर्वेद पावर' Live

By NS Desk | Disease and Treatment | Posted on :   09-Feb-2019

Dr. Garima Saxena

सत्वावजय (satvavajaya) चिकित्सा आयुर्वेद साइकोथेरेपी (ayurveda psychotherapy) है लेकिन यह समझना भूल होगी कि ये सिर्फ मानसिक रोगियों के लिए है. यह चिकित्सा उन सबके लिए जो मन पर किसी बोझ को लेकर चल रहे हैं और वह बोझ उन्हें लगातार असहज और मानसिक रूप से परेशान कर रही है. (डॉ. गरिमा सक्सेना, फाउंडर, सुखायु भव)

आयुर्वेदिक साइकोथैरेपी है सत्वावजय चिकित्सा : डॉ. गरिमा सक्सेना

डॉ. गरिमा सक्सेना के साथ सत्वावजय चिकित्सा का लाइव डेमो

satvavajaya chikitsa live demonstration : dr. garima saxena

सत्वावजय चिकित्सा - पार्ट 2 : आदर्श बहुत दिनों से अपराध बोध से ग्रसित होकर (guilt) जी रहे थे. वे एक ऐसे अपराधबोध से ग्रसित थे जो उन्होंने किया ही नहीं. लेकिन उस दुर्घटना का उनके मन पर कुछ ऐसा असर हुआ कि वे उसके लिए खुद को ही दोषी मानने लग गए. उस हादसे की याद आते ही उनका हाथ कांपने लगता है. उनका चित्त अशांत हो जाता है और वे पश्चताप की आग में जलने लगते हैं. मन की इस दशा का उनके शारीरिक स्वास्थ्य पर भी असर पड़ रहा है. लेकिन मन की कोई गाँठ है जो खोलने से खुल नहीं रही.

दरअसल कई वर्ष पहले ड्राइविंग के दौरान आदर्श से एक रोड एक्सीडेंट हो गया जिसके लिए वे खुद को जिम्मेवार मानने लगे. उस दुर्घटना में उनके पीछे बैठे दोस्त की मौत हो गयी. आदर्श को भी शारीरिक चोट लगी. शारीरिक चोट से तो वे कुछ वक़्त में उबर गए, लेकिन आत्मा और मन पर लगे चोट से नहीं उबर पाए. वक़्त के साथ ये घाव नासूर बनता चला गया और अब इसके दर्द का एहसास बेहद तकलीफदेह हो चला है. ऐसे में वे आयुर्वेद की शरण में आते हैं और सत्वावजय चिकित्सा उनके लिए वरदान बनकर सामने आता है.

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सत्वावजय चिकित्सा के एफबी लाइव डेमो सेशन में आदर्श निरोग स्ट्रीट के बुलावे पर आते हैं. लाइव डेमो की शुरुआत में वे थोड़े अस्थिर और घबडाए हुए लगते हैं. लेकिन डॉ. गरिमा सक्सेना उन्हें सहज करने की कोशिश करती हैं और काउच पर आराम से लेटने और लम्बी साँस लेने के लिए कहती हैं. आदर्श काउच पर लेट जाते हैं. फिर कमरे (क्लिनिक) की एक लाईट छोड़कर बाकी सारी लाइटें बुझा दी जाती है. अब कमरे में हल्का प्रकाश और बाहर से आती ॐ की प्रतिध्वनी .....

कमरे में आदर्श और डॉ. गरिमा के अलावा सिर्फ निरोग स्ट्रीट की टीम थी. पिन ड्राप साइलेंस था. हमारी साँसे भी थमी हुई थी कि न जाने आगे क्या होने वाला है? कई सवाल भी दिमाग में कौध रहे थे. ये सवाल भी चित्त को अशांत कर रहा था कि क्या हम अभी किसी तरह का कोई सम्मोहन (hypnotize) देखने जा रहे हैं!

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फिर इस शांति में डॉ. गरिमा की हलकी सी आवाज गूंजती है. वे आदर्श से कुछ सवाल पूछती हैं. यह सवाल कुछ ऐसे थे जिनमें कई में जवाब भी मौजूद थे. यह प्रक्रिया बहुत धीमे-धीमे कुछ मिनटों तक चलती है. उसके बाद आदर्श को धीरे से उठकर बैठने के लिए डॉ. गरिमा कहती हैं. कमरे की बाकी लाइटें भी फिर से जला दी जाती है. अब आदर्श पहले से शांत, स्थिर और संतुलित दिखाई दे रहे थे. मन का उनका बोझ कुछ हल्का हुआ जिसकी स्वीकारोक्ति उन्होंने खुद की और चंद मिनटों में ही सत्वावजय चिकित्सा की मदद से आदर्श को राहत मिली. पूरा वीडियों आप नीचे दिए गए यूट्यूब विंडो में देख सकते हैं

 

डिस्क्लेमर - लेख का उद्देश्य आपतक सिर्फ सूचना पहुँचाना है. किसी भी औषधि,थेरेपी,जड़ी-बूटी या फल का चिकित्सकीय उपयोग कृपया योग्य आयुर्वेद चिकित्सक के दिशा निर्देश में ही करें।