Home Blogs Disease and Treatment आयुर्वेदिक थेरेपी के चमत्कार से बहरापन हुआ दूर

आयुर्वेदिक थेरेपी के चमत्कार से बहरापन हुआ दूर

By NS Desk | Disease and Treatment | Posted on :   22-Dec-2018

आयुर्वेद का चमत्कार : सवाई माधोपुर. तमाम दूसरी चिकित्सा पद्धतियां जहाँ असफल सिद्ध होती है वहां आयुर्वेदिक थैरेपी कारगर सिद्ध होती है. ऐसा ही एक मामला सवाई माधोपुर में सामने आयी है जहाँ बहरेपन की शिकार एक महिला का आयुर्वेदिक थेरेपी से सफल इलाज हुआ और अब वे पूरी तरह से स्वस्थ हैं. भास्कर न्यूज़ की खबर के मुताबिक़ सवाई माधोपुर निवासी किरण सोनी पिछले चार साल से बहरेपन की शिकार थी. कई जगहों पर उपचार करवाने के बाद भी उन्हें राहत नहीं मिली. अंत में वह आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति से उपचार करवाने के लिए जिला आयुर्वेद चिकित्सालय की पंचकर्म यूनिट में पहुंची. यहां पर यूनिट प्रभारी डॉ. बालकृष्ण शर्मा के दिशानिर्देश में चिकित्सा विभाग के कंपाउंडर भानू कुमार त्रिवेदी ने रोगी का प्रतिदिन उपचार किया और आयुर्वेदिक औषधियां दी जिससे अब वे पूर्णतया स्वस्थ हैं.

( हिन्दी में आयुर्वेद की ख़बरें - निरोगस्ट्रीट हिन्दी )

यह भी पढ़ें -

दुनिया की सबसे महंगी जड़ी-बूटी, कीमत जानकर चौंक जायेंगे

आयुर्वेद में स्वाइन फ्लू का पूर्ण इलाज संभव

बालों के लिए संजीवनी बूटी है नारियल तेल

खून चूसकर ये मरीजों को कर देते हैं 'निरोग' : लीच थेरेपी

अखरोट को यूं ही नहीं कहते पावर फूड, जानिए इसके फायदे

एक्जिमा का आयुर्वेद से ऐसे करें उपचार

मधुमेह के साथ-साथ कैंसर के खतरे को भी कम करता है करेला

निरोग रहना है तो डिनर में आयुर्वेद के इन 10 सुझावों को माने

आयुर्वेद चिकित्सा में बिस्तर गीला होने का निदान - डॉ.अभिषेक गुप्ता

भांग से कैंसर का इलाज

डॉ.पूजा सभरवाल से जानिए आयुर्वेद के जरिए मां के स्वास्थ्य की देखभाल कैसे की जाए

आयुर्वेद की मदद से ऐसे बचे डेंगू से ...

NS Desk

Are you an Ayurveda doctor? Download our App from Google PlayStore now!

Download NirogStreet App for Ayurveda Doctors. Discuss cases with other doctors, share insights and experiences, read research papers and case studies. Get Free Consultation 9625991603 | 9625991607 | 8595299366

डिस्क्लेमर - लेख का उद्देश्य आपतक सिर्फ सूचना पहुँचाना है. किसी भी औषधि,थेरेपी,जड़ी-बूटी या फल का चिकित्सकीय उपयोग कृपया योग्य आयुर्वेद चिकित्सक के दिशा निर्देश में ही करें।