Home Blogs CoronaVirus News लॉन्ग कोविड से जुड़ा है हमारा इम्यून सिस्टम

लॉन्ग कोविड से जुड़ा है हमारा इम्यून सिस्टम

By NS Desk | CoronaVirus News | Posted on :   25-Apr-2022

अमेरिकी शोधकर्ताओं ने पाया है कि लॉन्ग कोविड-19 के लिए असामान्य रूप से कमजोर इम्यून सिस्टम जिम्मेदार हो सकता है। कोविड बीमारी से उबरने वाले व्यक्तियों में कई लक्षण बने रहते हैं, जैसे कि थकान, मानसिक आलस्य और सांस की तकलीफ। ये सभी लक्षण महीनों तक बने रह सकते हैं।

इसे आम तौर पर लॉन्ग कोविड के रूप में वर्गीकृत किया जाता है, हालांकि लक्षण व्यापक रूप से अलग-अलग होते हैं। हालांकि, इसके कारणों की सीमित समझ इलाज करने के तरीके खोजना खासतौर पर कठिन बना देती है।

कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय-लॉस एंजिल्स के शोधकतार्ओं ने लेरोनलिमैब का एक छोटा परीक्षण किया। जिसमें पाया गया कि लॉन्ग कोविड वाले कुछ लोगों में कोविड 19 से उबरने के बाद वास्तव में सक्रिय प्रतिरक्षा प्रणाली हो सकती है। यूसीएलए के डेविड गेफेन स्कूल ऑफ मेडिसिन में प्रोफेसर डॉ ओटो यांग ने समीक्षा की।

आठ हफ्तों के दौरान उन्होंने लॉन्ग कोविड से जुड़े लक्षणों में होने वाले बदलाव को ट्रैक किया। जिसमें गंध, स्वाद, मांसपेशियों, जोड़ों में दर्द और मस्तिष्क का नुकसान शामिल था।

शोधकर्ताओं ने मूल रूप से सोचा था कि एंटीबॉडी के साथ सीसीआर 5 को ब्लॉक करने से कोविड -19 संक्रमण के बाद अतिसक्रिय प्रतिरक्षा प्रणाली की गतिविधि कम हो जाएगी।

यांग ने कहा, लेकिन हमने इसके ठीक विपरीत पाया।

यांग ने कहा, यह नई परिकल्पना की ओर जाता है कि कुछ व्यक्तियों में लॉन्ग कोविड प्रतिरक्षा प्रणाली के दबने से संबंधित है, लेकिन अतिसक्रिय नहीं है। यह एंटीबॉडी कोशिका की सतह पर सीसीआर 5 अभिव्यक्ति को स्थिर कर सकती है, जिससे अन्य प्रतिरक्षा रिसेप्टर्स या कार्यों का अपचयन होता है।
यह भी पढ़े► 'एक्सई' वैरिएंट: नाक बहना, छींकना और गले में खराश हैं प्रमुख लक्षण

NS Desk

Are you an Ayurveda doctor? Download our App from Google PlayStore now!

Download NirogStreet App for Ayurveda Doctors. Discuss cases with other doctors, share insights and experiences, read research papers and case studies. Get Free Consultation 9625991603 | 9625991607 | 8595299366

डिस्क्लेमर - लेख का उद्देश्य आपतक सिर्फ सूचना पहुँचाना है. किसी भी औषधि,थेरेपी,जड़ी-बूटी या फल का चिकित्सकीय उपयोग कृपया योग्य आयुर्वेद चिकित्सक के दिशा निर्देश में ही करें।