Home Blogs CoronaVirus News श्रीलंका ने शिक्षकों को सिनोफार्म वैक्स देना शुरू किया

श्रीलंका ने शिक्षकों को सिनोफार्म वैक्स देना शुरू किया

By NS Desk | CoronaVirus News | Posted on :   13-Jul-2021

कोलंबो, 13 जुलाई (आईएएनएस)। श्रीलंकाई अधिकारियों ने जल्द से जल्द स्कूलों को फिर से खोलने के उद्देश्य से देश भर के शिक्षकों और स्कूल कर्मचारियों को कोविड के खिलाफ चीनी सिनोफार्म वैक्सीन देना शुरू कर दिया है।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, शिक्षा मंत्री जीएल पेइरिस, जो सेना कमांडर शैवेंद्र सिल्वा के साथ सोमवार को कोलंबो के एक टीकाकरण केंद्र में मौजूद थे, उन्होंने कहा कि उन्हें एक सप्ताह के भीतर शिक्षकों, प्राचार्यों और गैर-शैक्षणिक कर्मचारियों का टीकाकरण पूरा होने की उम्मीद है।

इस कार्यक्रम के तहत देश के 10,155 स्कूलों के सभी स्कूल कर्मचारियों के टीकाकरण की व्यवस्था की गई है।

मंत्री ने कहा कि यह कार्यक्रम सीधे राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के निदेशरें के तहत शुरू किया गया था, जिसके बाद सभी प्रांतीय राज्यपालों, मुख्य सचिवों, शिक्षा के प्रांतीय निदेशकों और स्वास्थ्य विभाग के साथ चर्चा की गई थी।

पीरिस ने कहा कि महामारी के कारण इस तरह से स्कूलों को बंद रखना संभव नहीं था और विश्वास व्यक्त किया कि यह टीकाकरण कार्यक्रम जल्द ही पूरा हो जाएगा।

स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि रविवार सुबह सिनोफार्म वैक्सीन का एक बैच आने के बाद, संबंधित जिलों में शिक्षकों को टीकाकरण शुरू करने के लिए खुराक वितरित की गई।

स्वास्थ्य मंत्रालय के आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, श्रीलंका में 30 वर्ष से अधिक आयु के लगभग 30 लाख लोगों ने अब तक सिनोफार्म टीके प्राप्त की हैं।

स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों से पता चलता है कि लगभग 30 लाख लोगों में से 10 लाख से अधिक लोगों ने अपना दूसरा इंजेक्शन भी प्राप्त कर लिया है।

--आईएएनएस

एमएसबी/आरजेएस

NS Desk

Are you an Ayurveda doctor? Download our App from Google PlayStore now!

Download NirogStreet App for Ayurveda Doctors. Discuss cases with other doctors, share insights and experiences, read research papers and case studies. Get Free Consultation 9625991603 | 9625991607 | 8595299366

डिस्क्लेमर - लेख का उद्देश्य आपतक सिर्फ सूचना पहुँचाना है. किसी भी औषधि,थेरेपी,जड़ी-बूटी या फल का चिकित्सकीय उपयोग कृपया योग्य आयुर्वेद चिकित्सक के दिशा निर्देश में ही करें।