Home Blogs CoronaVirus News चीनी शोधकर्ता लैब-लीक थ्योरी के खिलाफ थे : डब्ल्यूएचओ

चीनी शोधकर्ता लैब-लीक थ्योरी के खिलाफ थे : डब्ल्यूएचओ

By NS Desk | CoronaVirus News | Posted on :   13-Aug-2021

वाशिंगटन, 13 अगस्त (आईएएनएस)। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के नेतृत्व वाली टीम के चीनी शोधकर्ताओं ने लैब-लीक (प्रयोगशाला से फैले) सिद्धांत के खिलाफ कोरोनावायरस महामारी की उत्पत्ति की जांच शुरू की है।

एक डेनिश डॉक्यूमेंट्री में समूह का नेतृत्व करने वाले डब्ल्यूएचओ के वैज्ञानिक यह जानकारी दी।

वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, द वायरस मिस्ट्री शीर्षक वाली डॉक्यूमेंट्री में, पीटर बेन एम्बरेक ने कहा कि चीनी शोधकर्ता इस सिद्धांत के खिलाफ थे कि कोविड-19 महामारी एक आनुवंशिक रूप से संशोधित वायरस से उभरी है, जो कथित तौर पर कुख्यात वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (डब्ल्यूआईवी) से लीक हुई है।

पोस्ट ने साक्षात्कार के दौरान एम्बारेक के हवाले से कहा, शुरुआत में, वे लैब के बारे में (रिपोर्ट में) कुछ नहीं चाहते थे, क्योंकि यह असंभव था, इसलिए उस पर समय बर्बाद करने की कोई आवश्यकता नहीं थी।

उन्होंने कहा, हमने इसे शामिल करने पर जोर दिया, क्योंकि यह पूरे मुद्दे का हिस्सा था कि वायरस की उत्पत्ति कहां से हुई।

डब्ल्यूएचओ के विशेषज्ञों की एक टीम ने जनवरी में चीन में चार सप्ताह बिताए, यह जांचने के लिए कि क्या कोविड-19 एक लैब-लीक का परिणाम तो नहीं है। मार्च में उनकी रिपोर्ट ने निष्कर्ष निकाला कि एक लैब-लीक बेहद असंभव है।

एम्बरेक के अनुसार, चीनी शोधकर्ताओं ने रिपोर्ट में लैब-लीक सिद्धांत को शामिल करने पर सहमति व्यक्त की। उन्होंने कहा, इस शर्त पर सहमति व्यक्त की गई कि हमने उस परिकल्पना को आगे बढ़ाने के लिए किसी विशिष्ट अध्ययन की सिफारिश नहीं की थी।

इसके अलावा, एम्बरेक ने नोट किया कि रिपोर्ट में लैब-लीक के बारे में बेहद असंभव शब्द वह श्रेणी थी जिसे हमने आखिर में डालने के लिए चुना था, जिसका अर्थ था कि यह असंभव नहीं था, बस इसकी संभावना नहीं थी।

इस प्रकार से उन्होंने मानवीय त्रुटि की संभावना का भी संकेत दिया।

एम्बरेक ने कहा, एक प्रयोगशाला कर्मचारी एक चमगादड़ गुफा (बैट केव) में नमूने एकत्र करते समय क्षेत्र में संक्रमित होता है, ऐसा परि²श्य प्रयोगशाला-रिसाव परिकल्पना और चमगादड़ से मानव में प्रत्यक्ष संक्रमण की हमारी पहली परिकल्पना के रूप में होता है। हमने उस परिकल्पना को संभावित परिकल्पना के रूप में देखा है।

डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक ट्रेडोस एडनॉम घेब्रेयसस ने इसकी रिपोर्ट को कमतर आंकते हुए पिछले महीने कहा था कि वैश्विक स्वास्थ्य निकाय की ओर से कोविड महामारी और एक प्रयोगशाला रिसाव के बीच एक संभावित लिंक को खारिज करना जल्दबाजी होगी।

उन्होंने डेटा साझा करने के मुद्दे पर चीन को और अधिक पारदर्शी होने के लिए कहा और अध्ययन के दूसरे चरण का भी प्रस्ताव रखा, जिसे चीन ने खारिज कर दिया और डब्ल्यूएचओ पर अहंकार दिखाने और कॉमन सेंस नहीं होने का भी आरोप लगाया।

एम्बरेक ने पोस्ट द्वारा फॉलो-अप प्रश्नों का उत्तर नहीं दिया और कहा कि साक्षात्कार का अंग्रेजी भाषा के मीडिया कवरेज में गलत अनुवाद किया गया था।

पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, डब्ल्यूएचओ के प्रवक्ता तारिक जसारेविक ने यह भी कहा कि टिप्पणी का गलत अनुवाद किया गया था और साक्षात्कार महीने पहले हुआ था।

रिपोर्ट के अनुसार, डॉक्यूमेंट्री गुरुवार शाम टीवी2 पर प्रसारित की गई थी।

--आईएएनएस

एकेके/आरजेएस

NS Desk

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