Home Blogs CoronaVirus News कोविड जांच किट, ब्लैक फंगस की दवा के लिए कच्चे माल पर आयात शुल्क माफ

कोविड जांच किट, ब्लैक फंगस की दवा के लिए कच्चे माल पर आयात शुल्क माफ

By NS Desk | CoronaVirus News | Posted on :   13-Jul-2021

नई दिल्ली, 13 जुलाई (आईएएनएस)। केंद्र ने ब्लैक फंगस दवा एम्फोटेरिसिन बी के लिए विशिष्ट एपीआई (सक्रिय फार्मास्युटिकल सामग्री) और कोविड परीक्षण किट के निर्माण के लिए उपयोग किए जाने वाले कच्चे माल के आयात पर बुनियादी सीमा शुल्क में छूट दी है।

राजस्व विभाग द्वारा जारी एक अधिसूचना में कहा गया है कि कोविड-19 परीक्षण किट के निर्माण के लिए कच्चे माल के आयात पर मूल सीमा शुल्क छूट 30 सितंबर तक लागू रहेगी और म्यूकोर्मिकोसिस यानी ब्लैक फंगस की दवा एम्फोटेरिसिन-बी का उत्पादन करने के लिए उपयोग किए जाने वाले कुछ एपीआई के लिए छूट उपचार 31 अगस्त तक रहेगी।

इस कदम का उद्देश्य देश में एंटी-फंगल दवा और परीक्षण किट की उपलब्धता बढ़ाना है। कच्चे माल के शुल्क मुक्त आयात से इस महत्वपूर्ण दवा के घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है, जिसकी देश में आपूर्ति कम है।

मई में, जीएसटी परिषद ने अन्य छूटों के बीच एकीकृत जीएसटी (आईजीएसटी) के भुगतान से कोविड राहत वस्तुओं के आयात को छूट देने का फैसला किया था।

एक अन्य बड़े फैसले में परिषद ने एम्फोटेरिसिन बी पर आईजीएसटी से छूट देने का भी फैसला किया था।

इसके अलावा, कोविड-19 उपचार में आवश्यक वस्तुओं और दवाओं पर कम लेवी के आह्वान के बीच, जीएसटी परिषद ने जून में कई कोविड-राहत वस्तुओं की दरों को 12-18 प्रतिशत के स्तर से घटाकर 5 प्रतिशत करने का निर्णय लिया था, हालांकि इसने इसे बरकरार रखा। कोविड के टीकों पर कर की दर 5 प्रतिशत पर अपरिवर्तित है।

परिषद ने एम्फोटेरिसिन बी पर कर की दरों को भी कम कर दिया था और इसे 5 प्रतिशत की दर से छूट देते हुए शून्य स्तर पर लाया था।

--आईएएनएस

एसजीके/एएनएम

NS Desk

Are you an Ayurveda doctor? Download our App from Google PlayStore now!

Download NirogStreet App for Ayurveda Doctors. Discuss cases with other doctors, share insights and experiences, read research papers and case studies. Get Free Consultation 9625991603 | 9625991607 | 8595299366

डिस्क्लेमर - लेख का उद्देश्य आपतक सिर्फ सूचना पहुँचाना है. किसी भी औषधि,थेरेपी,जड़ी-बूटी या फल का चिकित्सकीय उपयोग कृपया योग्य आयुर्वेद चिकित्सक के दिशा निर्देश में ही करें।