AYURVEDA
MedicineDOCTOR
e-ConsultAYURVEDA
ClinicsBy NS Desk | Ayurvedic Medicines | Posted on : 31-Mar-2021
आंवला, अश्वगंधा, गिलोय, मंजिष्ठा जैसे घटक तत्वों से निर्मित दशमूलारिष्ट का आयुर्वेद में विशेष महत्व है और यह स्त्रियों से संबंधित कई बीमारियों के निदान में उपयोगी साबित होता है
आयुर्वेदिक औषधि दशमूलारिष्ट अपने नाम के अनुरूप ही दस औषधीय गुण वाले जड़ी-बूटियों से तैयार की जाती है। आंवला, अश्वगंधा, गिलोय, मंजिष्ठा इसके मुख्य घटक तत्व हैं । महिला स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से आयुर्वेद में इस औषधि का विशेष स्थान है। बच्चे के जन्म के बाद स्त्रियों को दशमूलारिष्ट दिया जाता है ताकि वे स्वस्थ्य रह सके। इसके अलावा दशमूलारिष्ट पाचन सम्बन्धी रोग, कमजोरी आदि कई अन्य रोगों में भी फायदेमंद साबित होता है।
दशमूलारिष्ट कई तरह की शारीरिक बीमारियों में बेहद उपयोगी साबित होता है। आइये जानते हैं कि दशमूलारिष्ट के क्या - क्या फायदे हैं -
1 - शिशु के जन्म के बाद प्रसव सम्बन्धी समस्याओं में लाभकारी
शिशु के जन्म के बाद महिलाओं को कई तरह के शारीरिक समस्याओं से जूझना पड़ता है। दशमूलारिष्ट इन समस्याओं को कम करने में मददगार साबित होता है। प्रसव के बाद की इन समस्याओं में दशमूलारिष्ट फायदेमंद साबित होता है -
2- शारीरिक क्षमता को बढ़ाता है
दशमूलारिष्ट कई जड़ी-बूटियों के सम्मिश्रण से बनी है जिसके कारण यह स्त्रियों की शारीरिक क्षमता और फिटनेस को बढाने में कारगर सिद्ध होता है। इससे स्त्रियों को प्रसव के बाद की स्त्रियों से समस्याओं से उबरकर जल्दी सामान्य होने में मदद मिलती है। महिलाओं में कमजोरी और थकान को खत्म करने में भी यह मदद करता है।
3 - तनाव कम करता है
दशमूलारिष्ट महिलाओं को मानसिक शक्ति देता है और उनके दिमाग और शरीर को मजबूत बनाता है। यह उनके मानसिक स्वास्थ्य में सुधार करता है।
4- त्वचा में निखार
यह त्वचा में निखार लाता है और त्वचा को एक प्राकृतिक चमक देता है। साथ ही त्वचा पर मौजूद काले धब्बे व पिंपल्स आदि को हटाने में मदद करता है।
15 से 30 मिलीलीटर भोजन के बाद या आयुर्वेद चिकित्सक द्वारा बतायी गयी मात्रा में।
दशमूलारिष्ट का कोई साइड इफेक्ट नहीं होता
Buy Online Dhootpapeshwar Dashmoolarishta ►
Buy Online Multani Dashmularishta ►
Buy Online Baidhyanath Dashmularishtam ►
Buy Online Vaidyaratnam Dashmoolarishta ►
►दशमूलारिष्ट को कैसे और कितनी मात्रा में लेनी चाहिए?
दशमूलारिष्ट को 15 से 30 मि.ली की मात्रा में पानी के साथ दिन में दो बार लिया जा सकता है। लेकिन आयुर्वेद चिकित्सक के निर्देशानुसार ही औषधि का सेवन श्रेयस्कर होगा।
►क्या दशमूलारिष्ट को दूध के साथ भी लिया जा सकता है?
दूध के साथ दशमूलारिष्ट को लेने की सलाह नहीं दी जाती। आयुर्वेद चिकित्सक दशमूलारिष्ट को पानी के साथ ही लेने की सलाह देते हैं।
►दशमूलारिष्ट के सेवन के तुरंत बाद वाहन चलाना क्या सुरक्षित है?
दशमूलारिष्ट में ऐसा कोई तत्व नहीं होता जिससे नींद या चक्कर आदि आये. इसलिए इसके सेवन के बाद वाहन या मशीन आदि चलाया जा सकता है।
►दशमूलारिष्ट को खाली पेट लेना चाहिए या भोजन के बाद?
दशमूलारिष्ट को भोजन के बाद लेना ज्यादा अच्छा माना जाता है।
►दशमूलारिष्ट किन - किन बीमारियों के उपचार में लाभदायक सिद्ध होता है?
दशमूलारिष्ट विविध स्त्री रोगों में लाभदायक सिद्ध होता है। खासकर प्रसूति के बाद की समस्याओं के निदान में ये विशेष मदद करता है। इसके अलावा कमजोरी, पाचन तंत्र और त्वचा रोगों के उपाय में ये उपयोगी साबित होता है।
►क्या दशमूलारिष्ट बच्चों को भी दी जा सकती है?
दशमूलारिष्ट बच्चों को नहीं दी जाती।
►दशमूलारिष्ट की गुणवत्ता बनाये रखने के लिए इसे घर में कैसे रखा जाए?
दशमूलारिष्ट की शीशी को साफ़ जगह पर जहाँ नमी या सूर्य का प्रकाश सीधे न लगे, वही रखना चाहिए.
►दशमूलारिष्ट के सेवन से शरीर पर क्या दुष्प्रभाव पड़ता है?
दशमूलारिष्ट के सेवन से शरीर पर कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ता। लेकिन इसकी अधिक खुराक लेने से से कुछ समस्याएं हो सकती है।
►दशमूलारिष्ट का सेवन कितने समय तक करना चाहिए?
दशमूलारिष्ट का सेवन रोग की गंभीरता और रोगी की प्रकृति पर निर्भर करता है। वैसे औषधि का सेवन आयुर्वेद चिकित्सक के निर्देशानुसार ही करना चाहिए।
►क्या दशमूलारिष्ट मधुमेह के रोगी ले सकते हैं?
दशमूलारिष्ट में चीनी होती है। इसलिए मधुमेह के रोगियों को आयुर्वेद चिकित्सक के निर्देशन में ही दशमूलारिष्ट लेना चाहिए।
►क्या स्तनपान कराने वाली स्त्रियों पर दशमूलारिष्ट का कोई दुष्प्रभाव पड़ता है ?
स्तनपान कराने वाली स्त्रियों पर दशमूलारिष्ट के कुप्रभाव का कोई भी मामला अबतक रिसर्च में सामने नहीं आया है लेकिन फिर भी आयुर्वेद चिकित्सक से परामर्श लेकर ही इसका सेवन शुरू करना चाहिए।
►क्या गर्भवती महिलायें दशमूलारिष्ट का सेवन कर सकती हैं?
गर्भवती महिलाओं को दशमूलारिष्ट का सेवन आयुर्वेद चिकित्सक से परामर्श के बाद ही करना चाहिए।
यह भी पढ़े ► अभ्यारिष्ट के फायदे
किसी भी प्रकार की दवाई लेने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना आवश्यक है। आयुर्वेद के अनुभवी डॉक्टर से निशुल्क: परामर्श लें @ +91-9205773222
Are you an Ayurveda doctor? Download our App from Google PlayStore now!
Download NirogStreet App for Ayurveda Doctors. Discuss cases with other doctors, share insights and experiences, read research papers and case studies. Get Free Consultation 9625991603 | 9625991607 | 8595299366